अनुशासित एवं व्यवस्थित तरीके से की गई तैयारियों से गदगद दिखे परीक्षार्थी
मुक्त कंठ से की मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की प्रशंसा
निशुल्क एवं सुगम यात्रा से परीक्षार्थियों के चेहरे पर दिखा संतुष्टि का भाव
कैथल, 26 जुलाई । शनिवार को कैथल में सीईटी की परीक्षा के आयोजन को जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के आदेशों के अनुसार एक उत्सव के तौर पर लिया और तमाम तैयारियों को बड़े ही अनुशासित एवं व्यवस्थित तरीके से अंजाम दिया गया। जिसका परिणाम यह रहा है कि परीक्षा के पहले व दूसरे सत्र में परीक्षार्थियों ने बिना किसी परेशानी के सहज भाव से परीक्षा दी। सरकार व जिला प्रशासन के इंतजाम से उत्साहित परीक्षार्थी व उनके अभिभावक गदगद नजर आए और मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी की प्रशंसा करते नहीं थक रहे थे। निशुल्क एवं सुगम यात्रा से परीक्षार्थियों व उनके अभिभावक चेहरे पर एक संतुष्टि का भाव दिखाई दिया।
बातचीत में परीक्षार्थियों ने अपने गांव, शहर से बस अड्डे तक, बस अड्डा जींद से कैथल, कैथल बस अड्डे से परीक्षा केंद्र तक पहुंचने की बात हो, परीक्षा केंद्र में पुलिस कर्मियों व स्टाफ के सौम्य एवं मधुर व्यवहार की बात हो, परीक्षा केंद्र के अंदर के शांत वातावरण की बात हो या फिर परीक्षा के बाद परीक्षा केंद्र से बस अड्डे तक छोड़ने की बात हो, इन विषयों पर परीक्षार्थियों ने सरकार की खुले कंठ से प्रशंसा की।
डीसी व एसपी ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा
डीसी प्रीति व एसपी आस्था मोदी अल सुबह ही फील्ड में निकल पड़ी थी। सबसे पहले सुबह सात बजे दोनों आला अधिकारियों ने खजाना कार्यालय का दौरा किया और वहां पर पेपर डिस्पैच की प्रक्रिया का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उसके बाद बसों की व्यवस्था को परखने के लिए बस स्टैंड पर पहुंची। इसके बाद उन्होंने संयुक्त रूप से विभिन्न परीक्षा केंद्रों का दौरा किया। सबसे पहले डीसी व एसपी जाखौली अड्डा स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पहुंचें। इसके बाद राधाकृष्णन सीनियर सेकेंडरी
स्कूल, इसके बाद कमेटी चौक स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, फिर गीता भवन मंदिर के निकट स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, फिर खुराना रोड स्थित खालसा पब्लिक स्कूल, वहां से डीएवी पब्लिक स्कूल, वहां से हेरिटेज पब्लिक स्कूल, फिर शैमरॉक सीनियर सेकेंडरी, वहां से दिल्ली पब्लिक स्कूल, फिर नवोदय विद्यालय व सनराइज सीनियर सेकेंडरी स्कूल निरीक्षण किया। सभी जगह अधिकारियों ने परीक्षार्थियों के प्रवेश के दौरान ली जा रही तलाशी, बायोमीट्रिक हाजिरी जैसी व्यवस्थाओं को जांचा। साथ ही सीसीटीवी कैमरे, सुरक्षा व्यवस्था, जैमर तथा स्टाफ की कार्यप्रणाली को परखा। उन्होंने पुलिस कर्मचारियों को निर्देश दिए कि अभ्यर्थियों की चेकिंग के दौरान शालीनता का व्यवहार रखें और किसी भी अभ्यर्थियों को कोई परेशानी न हो।
परीक्षा केंद्र तक पहुंचाने के लिए लगाई गई थी 85 शटल बसें
परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचाने के लिए 85 शटल बसें लगाई थी, जिन्होंने अभ्यर्थियों को बस अड्डे से सुगमता के साथ परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाया। बस स्टैंड पर परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए हेल्प डेस्क लगाए गए थे। साथ ही बसों के आगे परीक्षा केंद्रों के नाम अंकित किए गए थे, ताकि परीक्षार्थी अपने अपने सेंटर पर पहुंच सके। बस अड्डे पर अनाउंसमेंट सिस्टम ने परीक्षार्थियों की काफी मदद की। उन्हें बताया जा रहा था कि किस जगह से कहां की बस मिलेगी। परीक्षार्थी इन तमाम तैयारियों से गदगद नजर आए।
दिव्यांग अभ्यर्थियों को दी घर से पिक एंड ड्राप की सुविधा
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के आदेशानुसार दिव्यांग अभ्यर्थियों को घर से पिक एंड ड्राप की सुविधा मुहैया करवाई गई थी। जिला प्रशासन की ओर से एक दिन पहले ही सभी पात्र दिव्यांग अभ्यर्थियों से संपर्क किया गया। उन्हें घर से लेकर आया गया और परीक्षा समाप्त होने के बाद उन्हें वापस घर छोड़ा गया। इस सुविधा के लिए दिव्यांग अभ्यर्थियों को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग व जिला प्रशासन का धन्यवाद व्यक्त किया।
बस स्टैंड सहित परीक्षा केंद्रों पर मौजूद रही मूलभूत सुविधाएं
सीईटी की परीक्षा देने आए परीक्षार्थियों के लिए बस स्टैंड व परीक्षा केंद्रों पर सभी मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाई गई। पेयजल, शौचालय तथा उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए भी एंबुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध रही। इसमें दवाइयों सहित मेडिकल स्टाफ मौजूद रहा।
10 कलस्टर से भेजी गई चंडीगढ़ व पंचकूला के लिए बसें
कैथल जिला वासियों के परीक्षा केंद्र पंचकूला व चंडीगढ़ में बनाए गए हैं। परीक्षार्थियों के लिए पूंडरी, ढांड, कैथल, राजौंद, कलायत, चीका, कसान, सांघन, सीवन तथा पाई सहित 10 जगह से बसें भेजी गई। जिन अभ्यर्थियों की परीक्षा सुबह के सत्र में थी, उनके लिए सुबह 3 बजे से बसें पंचकूला व चंडीगढ़ के लिए रवाना होनी शुरू हो गई थी तथा जिन परीक्षार्थियों की सायं कालीन सत्र में परीक्षा थी उनके लिए सुबह करीब 8 बजे से बस रवाना होनी शुरू हो थी। 27 जुलाई को यह सुविधा इसी प्रकार रहेगी। सभी अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री नायब सिंह की इस पहल की प्रशंसा की।
परीक्षार्थियों के लिए की गई थी ठहरने व्यवस्था
जींद जिला से आने वाले परीक्षार्थियों के लिए रात्रि में ठहरने के लिए कैथल में विभिन्न जगहों पर व्यवस्था की गई थी। इसमें सीवन रोड स्थित गुर्जर भवन धर्मशाला, माता गेट स्थित सूर्य कूंड डेरा, सिटी थाना के पास श्री गीता भवन मंदिर, सीवन रोड पर ब्राह्मण धर्मशाला, रविदास मंदिर प्रताप गेट, ऋषि नगर में जीवन रक्षक दल, सनातन धर्म मंदिर शामिल रहे।


एसपी ने निजी वाहन से पहुंचाया परीक्षार्थी को करनाल
एक परीक्षार्थी ने सुबह पूंडरी से आपातकाल में फोन कर यातायात की सुविधा की मांग की। जिस पर एसपी आस्था मोदी ने तुरंत ईआरवी को उसकी मदद के लिए भेजा। वहां से उसकी इच्छा अनुसार उसे निजी वाहन से करनाल भेजा गया। इस तरह से पूरा प्रशासन दिन भर अलर्ट मोड में रहा और परीक्षार्थियों या उनके अभिभावकों की जरूरत अनुसार उन्हें सुविधाएं प्रदान की गईं

