नई दिल्ली, 13 जून । आईजीआई एयरपोर्ट थाना पुलिस ने फर्जी इमीग्रेशन रैकेट का
पर्दाफाश करते हुए गिरोह के मुख्य सरगना अमित कुमार (35) काे गिरफ्तार किया है। आरोपित
कुरुक्षेत्र का रहने वाला है। जांच में पता चला है कि आरोपित अवैध रूप से यात्रियों को अमेरिका
भेजने के लिए नकली इमीग्रेशन मुहरों और झूठे दस्तावेजों का इस्तेमाल करता था।
पुलिस अधिकारी के अनुसार 23-24 मई 2025 की रात अमेरिका से डिपोर्ट होकर लौटा एक 23
वर्षीय युवक जब दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचा, तो इमीग्रेशन जांच में उसके पासपोर्ट के कई पन्ने गायब
पाए गए। जांच में खुलासा हुआ कि युवक ने अमेरिका की यात्रा कई देश यूके, फ्रांस, स्पेन,
निकारागुआ, होंडुरास, ग्वाटेमाला और मेक्सिको के जरिए अवैध तरीके से की थी।
उसने एजेंटों के कहने पर पासपोर्ट से वे पन्ने फाड़ दिए थे, जिन पर फर्जी मुहरें लगी थीं।
आगे युवक ने पूछताछ में बताया कि वह हरियाणा के अंबाला का रहने वाला है और बेहतर भविष्य
की तलाश में अमेरिका जाना चाहता था। इसी दौरान उसकी मुलाकात ‘यस इमीग्रेशन’ नाम की फर्जी
एजेंसी से हुई, जो यमुनानगर, हरियाणा में संचालित होती थी।
यहां अमित कुमार, राजत और हर्षबीर
नामक एजेंटों ने उससे 35 लाख लिए और अवैध तरीके से उसकी यात्रा की व्यवस्था की।आईजीआई
एयरपोर्ट पुलिस ने मुकदमा दर्ज करजांच शुरू की। पुलिस टीम ने तकनीकी निगरानी और स्थानीय
सूचना के आधार पर कई ठिकानों पर छापे मारे। लगातार स्थान बदल रहे आरोपित अमित कुमार को
अंततः कुरुक्षेत्र के एक ठिकाने से दबोच लिया।
पूछताछ में आरोपित अमित कुमार ने अपना अपराध स्वीकार किया। पूछताछ में उसने बताया कि
वह स्नातक है और 2009 में अपने भाई को ऑस्ट्रेलिया भेजने के दौरान वह ऐसे एजेंटों के संपर्क में
आया था। बाद में उसने खुद यह काम करना शुरू कर दिया। उसने बताया कि कैसे फर्जी दस्तावेजों
और इमीग्रेशन मुहरों के ज़रिए लोगों को अमेरिका पहुंचाने का काम किया जाता था। वहीं दिल्ली
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे केवल मान्यता प्राप्त एजेंसियों के माध्यम से विदेश
यात्रा के दस्तावेज बनवाएं और किसी भी सस्ते व अवैध प्रस्ताव से बचें।