ढांड, 16 अगस्त । गांव चंदलाना इन दिनों पूरी तरह श्रीकृष्ण भक्ति में डूबा हुआ है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व को लेकर पिछले कई दिनों से प्रतिदिन सुबह-सुबह प्रभातफेरी का आयोजन हो रहा है, जो जन्माष्टमी तक निरंतर जारी रहा। यह प्रभातफेरी प्रतिदिन शिव मंदिर से प्रारंभ होकर गांव की गलियों और मोहल्लों से गुजरती है तथा श्रद्धालुओं के घर-
आंगन में पहुंच कर उन्हें भक्ति के सागर में सराबोर करती है। हरे रामा हरे कृष्णा, श्रीकृष्ण गोविंद हरे मुरारी व राधे राधे जैसे मधुर भजनों की गूंज से गांव की सुबह अलौकिक और आध्यात्मिक हो उठती है। आज प्रभातफेरी श्रद्धालु सतपाल शर्मा चंदलाना के निवास स्थान पर पहुंची, जहां उनके परिवार ने पूरे हर्षोल्लास से पुष्प वर्षा, आरती और दीप प्रज्वलन
कर प्रभातफेरी का स्वागत किया। घर के आंगन में भक्ति गीतों की स्वर लहरियों के बीच भगवान श्रीकृष्ण की भव्य आरती हुई। मंदिर के पुजारी शेर पूरी महाराज ने कहा कि यह प्रभातफेरी केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि गांव की सामूहिक आस्था और एकता का प्रतीक है। प्रत्येक घर में भगवान श्रीकृष्ण का संदेश पहुंचाना इसका मुख्य उद्देश्य है कि जीवन में
धर्म, प्रेम और सत्य का पालन करें। जन्माष्टमी के पावन दिन गांव में विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी। श्रद्धालु सतपाल शर्मा ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा है। उन्होंने गीता के माध्यम से मानवता को धर्म, मानव-सेवा और कर्मयोग का संदेश दिया। प्रभातफेरी में शामिल होना और अपने घर पर इसे स्वागत करना हमारे लिए
सौभाग्य और गर्व की बात है। इस अवसर पर गांव का हर व्यक्ति एक परिवार की तरह जुड़ जाता है, जो हमारी संस्कृति की सबसे बड़ी ताकत है। ग्रामीणों ने बताया कि कुछ दिनों में प्रभातफेरी ने पूरे वातावरण को आध्यात्मिक रंगों से रंग दिया है। सुबह की किरणों के साथ जब ढोल-नगाड़ों और शंखनाद की धुन गूंजती है, तो हर कोई प्रभु स्मरण में डूब जाता है। महिलाएं, युवा, बच्चे व वृद्ध सभी इस आयोजन में अपनी-अपनी भूमिका निभा रहे हैं।

