Saturday, December 6, 2025
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हरियाणवी मखौल एवं कवि सम्मेलन से हुआ तीन दिवसीय फल्गु लोककला महोत्सव का समापन

सिया के राम में राम कथा की गीतकार चरणजीत की विशेष प्रस्तुति

ढांड, 14 सितंबर । कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग हरियाणा एवं फल्गु मंदिर सुधार समिति के संयुक्त तत्वावधान में फल्गु तीर्थ पर तीन दिवसीय लोककला महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। महोत्सव के अंतिम दिन हरियाणवी मखौल एवं कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रोफेसर कुलदीप चंद अग्निहोत्री,कार्यकारी

उपाध्यक्ष, हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, अध्यक्ष सुभाष गर्ग, सुप्रसिद्ध समाजसेवी, कैथल, विशिष्ट अतिथि कर्म सिंह, समाज सेवी, दिल्ली, डॉ. पवन वर्मा, निदेशक,आकाशवाणी केंद्र, हिसार और विख्यात समाजसेवी विजय सिंगला ने दीप प्रज्वलन से किया। जिसके बाद अतिथियों और कवियों का स्वागत आयोजक समिति की ओर से फूल माला,अंगवस्त्र

और स्मृति चिन्ह से किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत कवयित्री अनामिका वालिया शर्मा ने सरस्वती वंदना और कविताओं से देश प्रेम का संदेश देते हुए खूब तालियां बटोरी। उनके बाद सुप्रसिद्घ हरियाणवी हास्य कलाकार संजीत कौशिक ने अपने हरियाणवी हास्य-मखौल से उपस्थित श्रोताओं को हंसाकर तालियां बटोरी। हरियाणवी कवि प्रदीप सिंह ने समाज पर

व्यंग्य करते हुए अपनी कविता “बाबू भगवान है ” से श्रोताओं को प्रभावित किया। विख्यात हास्य कलाकार आजाद दुहन के मंच पर आते ही उपस्थिति श्रोताओं ने उनकी जोरदार अभिनंदन किया। दुहन ने अपने हरियाणवी हास्य-मखौल से हास्य के माध्यम से समाज को हास्य-मखौल के माध्यम से समाज को भाई-चारे का संदेश दिया। कवयित्री अनामिका

वालिया ने अपनी दर्शकों के आग्रह पर दिनेश शर्मा दिनेश को काव्य पाठ के लिए आमंत्रित किया। दिनेश शर्मा दिनेश ने फल्गु तीर्थ पर अपना मुक्तक पढ़ा कहा “महाभारत पुराणों में जहां भी नाम पढ़ता हूं,फल्कीवन है बड़ा तीर्थ इसी का ध्यान धरता हूं। तर्पण करें यहां आकर कि सारे पितर तर जाते, गया सा है बहुत पावन इसे प्रणाम करता हूं। प्रसिद्ध हास्य विनीत

पाण्डेय ने कहा, जिओ तो जिंदादिली से से श्रोताओं को प्रभावित किया।  कार्यक्रम के अंत में अंतरराष्ट्रीय गीतकार चरणजीत चरण ने सिया के राम पर विषय पर केंद्रित रामायण के सीता अपहरण से रावण वध तक के प्रसंग पर आधारित अपना विशेष काव्य पाठ प्रस्तुत करते हुए वातावरण को सिया-राममय बना दिया। उनकी प्रस्तुति ने उपस्थित श्रोताओं को

आनंदित कर दिया और उनकी प्रस्तुति को श्रोताओं की खूब वाहवाही मिली। देर शाम तक चले हास्य-मखौल और कवि सम्मेलन का दर्शकों ने खूब आनंद लिया।
कार्यक्रम के समापन पर मुख्य अतिथि प्रोफेसर कुलदीप चंद अग्निहोत्री ने फल्गु लोककला उत्सव का हरियाणवी संस्कृति से ओतप्रोत आयोजन के लिए कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग हरियाणा सरकार को साधुवाद दिया। कार्यक्रम अध्यक्ष सुभाष गर्ग ने सुंदर प्रस्तुति के लिए सभी कवियों और कलाकारों को साधुवाद दिया और कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग का

धन्यवाद किया। विशिष्ट अतिथि कर्म सिंह ने कहा कि हरियाणवी संस्कृति को बढ़ाने और सुरक्षित रखने के लिए हमें फल्गु उत्सव जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ अपनी नई पीढ़ी को इससे जोडऩा चाहिए। तभी हम हरियाणवी संस्कृति का संरक्षण कर सकेंगे।’ डॉ. पवन शर्मा ने कहा कि ऐसे आयोजन समाज को संस्कृति के साथ जोड़े रखने का बेहतरीन साधन

हैं। इसीलिए आकाशवाणी हिसार से फल्गु लोककला महोत्सव पर विशेष कार्यक्रम भी श्रोताओं के लिए प्रस्तुत किया जायेगा। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि विजय सिंगला ने भी अपने विचार प्रकट किये। फल्गु महोत्सव के संयोजक दिनेश शर्मा दिनेश ने सभी आमंत्रित अतिथियों, कवियों, कलाकारों और उपस्थित दर्शकों का धन्यवाद किया। उन्होंने हरियाणा के

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग हरियाणा के महानिदेशक के. एम. पांडुरंग के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया तथा कार्यक्रम अधिकारी सुमन डांगी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए भविष्य में सहयोग बनाए रखने का निवेदन किया। कार्यक्रम में दिल्ली से विशेष आमंत्रित अतिथि के रूप में वरिष्ठ टीवी पत्रकार पवन कुमार शर्मा की

गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य लोगों में क्षीरधारा करनाल से विकास गर्ग, आशा, दिल्ली से प्रवीण सिंह, दीपक गुप्ता, पंकज वर्मा, प्रवीण कुमार के अतिरिक्त संजीव राणा, कपिल वर्मा, तरसेम, हर्ष राणा के साथ-साथ सैंकड़ों दर्शक उपस्थित रहे।

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