ढांड, 18 सितंबर : किसानों की सुविधाओं को प्राथमिकता देते हुए पूर्व हैफेड डायरैक्टर रामचंद्र जडौला ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि धान के सीजन को ध्यान में रखते हुए धरतीपुत्र किसानों के लिए मंडियों में पीने के पानी, शौचालय की साफ-सफाई, बिजली और लदान-उठान की उचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने कहा कि मंडियों में
बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण किसानों को हर बार परेशानी का सामना करना पड़ता है। प्रदेश सरकार को चाहिए कि धान खरीद की प्रक्रिया को सुचारु बनाने के लिए पहले से ही सारी व्यवस्थाएं मुकम्मल की जाएं। मंडियों में साफ-सफाई, पीने का स्वच्छ पानी, रात के समय रोशनी और टॉयलेट की सफाई के साथ-साथ किसानों को धान बेचने में
कोई दिक्कत न हो, इसके लिए कर्मचारियों की तैनाती की जाए। नई अनाज मंडी में बातचीत करते हुए समाजसेवी रामचंद्र जडौला ने कहा कि मंडियों में धान की आवक ने दस्तक देनी शुरू कर दी है और सरकार किसान हित में बिना देरी किए मंडियों में धान की सरकारी खरीद शुरू करवाए, ताकि पहले से ही बेमौसमी बरसात की मार से पीडि़त किसानों को कुछ
राहत मिल सके। बरसात व बाढ़ किसानों की कमर तोडक़र रख दी है। रामचंद्र जडौला ने यह भी ज़ोर दिया कि सरकार द्वारा खरीदी गई धान का समय पर उठान और लदान सुनिश्चित किया जाए ताकि किसानों को बार-बार मंडियों में न भटकना पड़े। खरीद के बाद समय पर भुगतान होना चाहिए, जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति पर अतिरिक्त दबाव न
पड़े। उन्होंने किसानों से भी अनुरोध किया कि वे अपनी फसलें अच्छी तरह साफ-सुथरी करके ही मंडियों में लाएं ताकि गुणवत्ता को लेकर किसी प्रकार की रुकावट न आए और उन्हें वाजिब दाम मिल सके। रामचंद्र जडौला ने प्रदेश सरकार से अनुरोध किया है कि इस बार की धान खरीद प्रक्रिया को किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए अधिक पारदर्शी, समयबद्ध और सुविधाजनक बनाया जाए।

