
ढांड, 19 सितंबर । खेतों में खड़ी धान की फसल में फालस समट (कंडुआ) बीमारी फैल गई है, जिसने देखते ही देखते पूरी फसल को नुकसान पहुंचा दिया। धान की फसलों के दाने अचानक से पीले होने लग गए है और फसलें व खेत पूरी तरह से पीले रंग की चपेट में दिखाई दे रहे है। धान की फसलों में फैली इस बीमारी से किसानों में हाहाकार मची हुई है
और किसान अपनी फसलों को इस बीमारी से बचाने के लिए विभिन्न प्रकार की दवाओं का स्प्रे करने में लगे है। दूसरी तरफ कांग्रेसी नेता सुल्तान सिंह जडौला ने कंडुआ रोग से बर्बाद हुई फसलों का प्रति एकड़ 70 हजार रुपए मुआवजा देने के साथ धान की सरकारी खरीद पर 200 रुपए प्रति क्विंटल बोनस देने की भी मांग की है।
धान के पौधे में दाने की बजाय पाउडर निकलता देख किसानों की चिताएं बढ़ गई हैं। तैयार फसल को खराब होता देख किसान परेशान हैं। हालांकि इस रोग के निदान के लिए कृषि वैज्ञानिक व कृषि विभाग के कर्मचारी फसल को बचाने के लिए किसानों को जागरूक कर रहे है। धरतीपुत्र किसानों की मेहनत से इन दिनों धान की फसल तैयार हो चुकी है, लेकिन
फसल को कंडुआ रोग बर्बाद हो रही है। इसका जबदस्त प्रकोप इन दिनों क्षेत्र में खेतों में तैयार हो रही धान की फसल में देखा जा रहा है। फसलों में लगी इस बीमारी से किसानों के हाथ में धान के एक भी दाने नहीं आने वाले हैं। फसल से लगने वाला यह रोग पहले दाने को पाउडर बनाता है और फिर पौधे में इसका प्रकोप फैलता है। पहली स्थिति में पौधा का रंग
पीला सुनहरा होता है और फिर बीमारी बढऩे के बाद धान का पौधा भूरा हो जाता है और अंत में काला हो जाता है। खेतों में धान के पौधों में जो स्थिति देखी जा रही है उससे यह स्पष्ट है कि कंडुआ रोग का प्रकोप धान में फैल रहा है। कंडुआ रोग से यदि फसल का बचाव नहीं किया गया तो 80 से 90 फीसद तक की फसल खेतों में ही नष्ट हो जाती है। दूसरी
तरफ आज अचानक चली तेज आंधी ने पूरे आसमान को पीला कर दिया। यह नजारा देख लोग चौंक गए। लेकिन असल वजह किसानों के लिए गहरी चिंता का कारण बनी हुई है। खेतों में खड़ी धान की फसल में फालस समट (कंडुआ) बीमारी फैल गई है, जिसने देखते ही देखते पूरी फसल को नुकसान पहुंचा दिया है। पीडि़त किसानों ने प्रदेश सरकार से जल्द से जल्द उचित मुआवजा देने की मांग की है। खेतों में खड़ी धान की फसल कंडुआ रोग की चपेट में आने से पीली दिखाई देते हुए।
सरकार बीमारी के कारण खराब फललों का तत्काल मुआवजा दें : सुल्तान जडौला
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व संसदीय सचिव सुल्तान जडौला ने किसानों के हालात पर चिंता जताते हुए प्रदेश सरकार से त्वरित कदम उठाने की मांग की है। धरतीपुत्र किसान जहां सरकार की किसान विरोधी नीतियों से पीडि़त है, वहीं पहले बेमौसमी बरसात की मार किसानों पर पड़ी और अब रही-सही कसर धान की फसल में कंडुआ रोग ने पूरी कर दी है।
उन्होंने कहा कि सरकार को तुरंत पोर्टल खोलकर स्पेशल गिरदावरी करवानी चाहिए ताकि नुकसान का सही आकलन हो सके। सुल्तान जडौला ने साफ कहा कि प्रभावित किसानों को प्रति एकड़ 70 हजार रुपये मुआवजा दिया जाए, क्योंकि किसानों की 6 माह की दिन रात खून पसीने से सिंची गई फसलें पूरी तरह तबाह हो चुकी है। इसके साथ कांग्रेसी नेता
सुल्तान जडौला ने सरकार से मांग की है कि धान की सरकारी खरीद पर किसानों को 200 रुपए प्रति क्विंटल दिया जाए, क्योंकि बरसात के कारण 8 से 10 क्विंटल फसल का नुकसान है।

