ढांड, 20 सितंबर : चौधरी ईश्वर सिंह कन्या महाविद्यालय ढांड डडवाना कैथल में प्राचार्या डॉ संगीता शर्मा के दिशा-निर्देशन में अर्थशास्त्र और वाणिज्य विभाग द्वारा वित्तीय साक्षरता एवं साइबर धोखाधड़ी पर एक विस्तारित व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान में मुख्य वक्ता के रूप में सेबी के स्मार्ट ट्रेनर विश्वदीप शर्मा ने छात्राओं को वित्तीय
साक्षरता के महत्व से अवगत कराया व साथ ही वित्तीय धोखाधड़ी के विभिन्न प्रकार, उनके प्रभाव और बचाव के तरीकों पर भी चर्चा की। विश्वदीप शर्मा ने बताया कि वित्तीय साक्षरता व्यक्तियों को वित्तीय जानकारी समझने व सही निर्णय लेने में मदद करती है जिससे वे वित्तीय धोखाधड़ी से बचते हैं और सही योजना बनाकर अपने धन का प्रभावी प्रबंधन कर सकते
हैं। इसके अलावा साइबर फ्रॉड या ऑनलाइन धोखाधड़ी में धोखेबाज डिजिटल माध्यमों का उपयोग करके लोगों के पैसे चुराने या उनकी निजी जानकारी का दुरुपयोग करने की कोशिश करते हैं। वित्तीय साक्षरता की कमी या जानकारी के अभाव में लोग ऐसे घोटालों का आसानी से शिकार बन सकते हैं। इसलिए ऑनलाइन वित्तीय लेनदेन के जोखिमों और
घोटालों सेख्खुद को सुरक्षित रखने के लिए डिजिटल वित्तीय साक्षरता महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. संगीता शर्मा ने कहा कि इस व्याख्यान का उद्देश्य छात्राओं को वर्तमान प्रतिस्पर्धात्मक समय में वित्तीय साक्षरता व साइबर धोखाधड़ी के बारे में सही व उपयोगी जानकारी उपलब्ध करवाना था, ताकि वे अपने वित्तीय लेनदेन में
सुरक्षित व सावधान रह सके। कार्यक्रम के अंत में प्रश्नोत्तर सत्र आयोजित किया गया जिसमें स्मार्ट ट्रेनर विश्वजीत शर्मा ने छात्राओं के संदेहों का समाधान किया। इसके बाद वाणिज्य व अर्थशास्त्र विभाग ने विश्वदीप शर्मा का आभार व्यक्त किया
और उम्मीद जताई कि इस तरह के व्याख्यान भविष्य में भी आयोजित किए जाएंगे। कार्यक्रम में डॉ. निशी तुली, अनु धुना,डॉ. मीना, भावना, डॉ. अनीता व अन्य प्राध्यापिकाएं एवं बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित रही।

