ढांड, 21 सितंबर । कांग्रेस कमेटी जिलाध्यक्ष रामचंद्र गुर्जर ढांड ने आरोप लगाते हुए कहा कि बाढ़ की मार के बाद अब किसान सरकार की मार झेलने को मजबूर हैं। मंडियों में धान की फसल की आवक आनी शुरू हो चुकी है और सरकारी खरीद शुरू न होने के कारण एमएसपी से कम भाव पर फसलें लूटी जा रही है। धान खरीद से लेकर मुआवजा और खाद
देने तक, हर काम में बीजेपी जानबूझकर देरी करती है। किसान कई दिन से बाढ़ और जलभराव से पीडि़त है और सरकार से मुआवजे की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब तक 5 लाख से ज्यादा किसानों ने 31 लाख एकड़ भूमि पर खराबे की शिकायत करी है। लेकिन सरकार द्वारा गिरदावरी और वेरिफिकेशन का काम कछुए की रफ्तार से किया जा
रहा है। नई अनाज मंडी ढांड में स्थित कांग्रेस कार्यालय में लोगों से रूबरू होने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामचंद्र गुर्जर ढांड ने कहा कि 31 लाख एकड़ में से अब तक सिर्फ 3 लाख एकड़ भूमि का ही वेरिफिकेशन हो पाया है। यानी पिछले कई सीजन की तरह इस बार भी सरकार की मंशा किसानों को मुआवजे से वंचित
करने की है। सरकार ने अब रबी की बिजाई पर भी संकट खड़ा कर दिया है। क्योंकि किसानों को डीएपी नहीं मिल रहा है। एकबार फिर कई-कई घंटे, कई-कई दिनों लंबी कतारों में परिवार समेत किसान खड़े हुए हैं। लेकिन उन्हें खाद नहीं मिल पा रही है। क्योंकि जरुरत के मुकाबले सिर्फ 225 खाद ही मुहैया हो पाई है। रामचंद्र गुर्जर ने कहा कि जब से
भाजपा सत्ता में आई है, किसान इसी तरह एक-एक बैग खाद के लिए तरस रहे हैं। हर बार सरकार द्वारा थानों या पुलिस की निगरानी में खाद बंटवाई जाती है। यह किसानों के साथ घोर अन्याय और उनका अपमान है।

