ढांड, 28 सितंबर । धान खरीद सीजन में किसानों की सुविधा और मंडी व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए ढांड राइस मिल एसोसिएशन प्रधान जितेंद्र गोयल पोला ने किसानों से अपील की है कि वे धान को पूरी तरह सुखाकर ही मंडी में लेकर आएं। उन्होंने कहा कि अगर किसान 17 प्रतिशत नमी तक की धान मंडी में लाते हैं तो उनकी फसल बिना किसी दिक्कत के बिक जाएगी और उन्हें न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ मिलेगा। मंडी में बातचीत करते हुए जितेंद्र गोयल ने
कहा कि मंडी में जब गीली धान आती है तो उसे बेचने में दिक्कत होती है। जगह की कमी के कारण वह ढेरों में पड़ी-पड़ी खराब हो जाती है, जिससे किसान की मेहनत पर पानी फिरता है। उन्होंने कहा कि नमी वाली धान खरीदने से न तो सरकारी एजेंसी को और न ही राइस मिल मालिकों को फायदा होता है, बल्कि सभी को नुकसान झेलना पड़ता है। उन्होंने
कहा कि किसान, आढ़ती और मिल मालिक अलग-अलग नहीं हैं। हम सब एक ही व्यवस्था का हिस्सा हैं और सबका लक्ष्य किसानों की फसल का सही मूल्य सुनिश्चित करना है। प्रधान जितेंद्र गोयल पोला ने भी किसानों से यही अपील की कि वे सरकार द्वारा तय मानक के अनुसार ही धान मंडी में लेकर आएं। अगर किसान धान को घर पर या खलिहान में अच्छे से
सुखाकर मंडी लाएंगे तो फसल तुरंत बिक जाएगी और उन्हें समर्थन मूल्य का पूरा लाभ मिलेगा। जितेंद्र गोयल पोला ने अपील करते हुए कहा कि मंडी की व्यवस्था चलाने के लिए सभी सहयोग करें। ढांड आढ़तियों और मिल मालिकों का मानना है कि अगर किसान तय मानकों का पालन करते हुए धान मंडी में लाएंगे तो न केवल उन्हें फायदा होगा बल्कि पूरी खरीद व्यवस्था भी सुचारू रूप से चलेगी।

