ढांड, 4 अक्तूबर । चौधरी ईश्वर सिंह कन्या महाविद्यालय में वूमेन सेल एवं होम साइंस विभाग द्वारा स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार योजना के अंतर्गत एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन प्राचार्या डॉ. संगीता शर्मा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्राओं को पोषणयुक्त एवं संतुलित आहार के महत्व के प्रति जागरूक करना था ताकि
वे स्वयं स्वस्थ रहें और अपने परिवार को भी पोषण संबंधी ज्ञान दे सकें। कार्यक्रम की शुरुआत प्राचार्या डॉ. संगीता शर्मा के द्वारा पोषण एवं संतुलित आहार की भूमिका पर विस्तृत और प्रेरणादायक व्याख्यान से हुई। उन्होंने बताया कि महिलाओं एवं किशोरियों के लिए संतुलित आहार न केवल उनके शारीरिक विकास के लिए आवश्यक है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य
एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। इस अवसर पर प्राचार्या ने छात्राओं को संबोधित करते हुए महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं। उन्होंने छात्राओं से आह्वान किया कि वे संतुलित आहार की आदतें अपनाकर समाज में एक सशक्त और जागरूक महिला के रूप में उदाहरण प्रस्तुत करें। वूमेन सेल अधिकारी
डॉक्टर सुनीता गुप्ता एवं गृह विज्ञान विभाग की पिंकी मैडम एवं सुनीता ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई। उन्होंने छात्राओं को पोषणयुक्त आहार तैयार करने की विधियां, सामग्री चयन और उनके पोषण मूल्यों की विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम के अंतर्गत एक पोषण प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया, जिसमें छात्राओं ने अत्यंत
उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रतियोगिता में छात्राओं ने अपनी रचनात्मकता और स्वास्थ्य के प्रति सजगता का परिचय देते हुए विभिन्न प्रकार के पोषणयुक्त व्यंजन जैसे फल-सलाद, अंकुरित अनाज, मिल्क शेक, सूखे मेवों से बने हेल्दी स्नैक्स, पारंपरिक पौष्टिक पकवान आदि प्रस्तुत किए। इन व्यंजनों की प्रस्तुति, स्वाद और पोषण मूल्यों का मूल्यांकन डॉ अनीता
चौहान, डॉ. सुनीता गुप्ता ने किया। विजेताओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य केवल पोषण ज्ञान तक सीमित नहीं था, बल्कि छात्राओं में स्वास्थ्य के प्रति दीर्घकालिक जागरूकता विकसित करना था।
एन.एस. एस. एवं संस्कृत विभाग आज कुरुक्षेत्र का शैक्षिक भ्रमण किया
चौ. ईश्वर सिंह कन्या महाविद्यालय ढांड डडवाना की छात्राओं ने प्राचार्या डॉ. संगीता शर्मा के कुशल मार्गदर्शन में एन.एस. एस. एवं संस्कृत विभाग आज कुरुक्षेत्र का शैक्षिक भ्रमण किया। इस अवसर पर छात्राओं ने न्याय प्रणाली में विश्वास का स्वर्णिम युग एवं हरियाणा में नए आपराधिक कानून का क्रियान्वयन विषय पर आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। यह
प्रदर्शनी समाज में न्यायिक व्यवस्था के महत्व और नागरिकों को उपलब्ध कराई जा रही कानूनी सुविधाओं के बारे में जानकारी देने हेतु आयोजित की गई थी। छात्राओं ने प्रदर्शनी में नए आपराधिक कानून की विशेषताओं, उसके प्रभाव तथा आम नागरिक किस प्रकार इन कानूनों की जानकारी प्राप्त कर स्वयं को आपराधिक गतिविधियों से सुरक्षित रख सकते हैं,
इस विषय पर गहन जानकारी प्राप्त की। प्रदर्शनी ने छात्राओं में न केवल विधिक जागरूकता का संचार किया, बल्कि उन्हें न्याय प्रणाली में विश्वास बनाए रखने की प्रेरणा भी दी। शैक्षिक भ्रमण के दौरान छात्राओं ने तिरुपति बालाजी मंदिर और गीता ज्ञान संस्थान का भी भ्रमण किया। यहां उन्होंने भारतीय संस्कृति, अध्यात्म और गीता के शाश्वत संदेश से संबंधित
महत्वपूर्ण तथ्यों को जाना। इसके अतिरिक्त छात्राओं ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का भी दौरा किया, जहां उन्होंने विश्वविद्यालय की शैक्षणिक संरचना, शोध कार्य एवं सांस्कृतिक गतिविधियों से परिचय प्राप्त किया। इस भ्रमण ने छात्राओं को न केवल विधिक और सांस्कृतिक दृष्टि से समृद्ध किया, बल्कि उच्च शिक्षा की ओर भी उनके दृष्टिकोण को विस्तृत किया। इस अवसर पर एन.एस.एस. कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मीना रानी, डॉ. कमलेश सहित महाविद्यालय की एन.एस.एस. इकाई 1/2 की 43, छात्राएं उपस्थित रहीं। प्राचार्या डॉ. संगीता शर्मा ने इस आयोजन को छात्राओं के लिए अत्यंत उपयोगी एवं
ज्ञानवर्धक बताते हुए कहा कि ऐसे शैक्षिक भ्रमण छात्राओं के व्यक्तित्व विकास एवं सामाजिक चेतना के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। यह शैक्षिक भ्रमण सभी प्रतिभागी छात्राओं के लिए एक प्रेरणादायक एवं अविस्मरणीय अनुभव साबित हुआ।

कुरुक्षेत्र भ्रमण के दौरान छात्राओं के साथ कालेज स्टाफगण

