पूर्व विधायक सुल्तान सिंह जडौला के प्रतिष्ठान पर भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि एवं सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती पर कार्यक्रम आयोजित
ढांड, 31 अक्तूबर। नई अनाज मंडी ढांड में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक सुल्तान सिंह जडौला के प्रतिष्ठान पर भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि एवं सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें कांग्रेस कमेटी जिलाध्यक्ष रामचंद्र गुर्जर ढांड, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुल्तान सिंह जडौला सहित कांग्रेसी
कार्यकर्ताओं के साथ दोनों नेताओं के चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन कर श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। इस मौके पर अपने संबोधन में कांग्रेस कमेटी जिलाध्यक्ष रामचंद्र गुर्जर ढांड, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुल्तान सिंह जडौला ने कहा कि आज पूरा राष्ट्र देश की पहली महिला प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. इंदिरा गांधी को उनके बलिदान दिवस पर नमन कर रहा है। उन्होंने
राष्ट्रीय एकता, अखंडता और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में असाधारण योगदान दिया। इंदिरा गांधी के नेतृत्व में भारत ने गरीबी हटाने के नारे को जनांदोलन बनाया और 1974 में पोखरण परमाणु परीक्षण कर विश्व मंच पर अपनी शक्ति का परिचय दिया। उन्होंने भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कई नीतियां लागू कीं। बैंकों के राष्ट्रीयकरण से लेकर हरित क्रांति तक, हर फैसले में उनका राष्ट्रहित सर्वोपरि था। दोनों कांग्रेस नेताओं ने कहा कि 31 अक्तूबर 1984 को देश की
अखंडता और धर्मनिरपेक्षता की रक्षा करते हुए उन्होंने अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। उनका बलिदान आज भी हर भारतीय के दिल में अमर है। उन्होंने कहा कि इसी दिन देश भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती भी मना रहा है। पटेल जी ने स्वतंत्र भारत की एकता की नींव रखी और 562 रियासतों को एक राष्ट्र में जोडऩे का अद्भुत
कार्य किया। सरदार पटेल को ‘भारत के एकीकरण के निर्माता’ कहा जाता है। उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति और कुशल नेतृत्व ने असंभव को संभव किया और भारत एक अखंड राष्ट्र के रूप में खड़ा हुआ। पटेल ने कूटनीति, दृढ़ता और संवाद के माध्यम से सभी को एक सूत्र में बांध दिया। इंदिरा गांधी और सरदार पटेल दोनों ने भिन्न कालखंडों में देश की एकता और
सशक्त भारत की दिशा में अपने जीवन समर्पित किए। एक ने राष्ट्र की अखंडता के लिए बलिदान दिया, तो दूसरे ने उसे एक सूत्र में पिरोया। एकता में ही हमारी शक्ति है, और यही इंदिरा व पटेल की सच्ची विरासत है। इस मौके पर रामफल सोलूमाजरा, राहुल गोरसी, वीरेंद्र शर्मा, राजबीर, रविंद्र, सतीश शर्मा आदि मौजूद थे।

