जमानियां, 01 अगस्त (वेब वार्ता)। भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने कामरेड ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा की
नेतृत्व में तहसील मुख्यालय के सामने जबरदस्त विरोध जुलूस निकाला। और तहसील मुख्यालय
परिसर पहुंचकर उपजिलाधिकारी ज्योति चौरसिया के दिशा निर्देश पर ज्ञापन लेने पहुंचे तहसीलदार
राम नारायण वर्मा के सामने पढ़कर सुनाने के बाद ज्ञापन सौंपा। बताया जाता है। भाकपा माले के
देशव्यापी विरोध दिवस के आह्वान के तहत ट्रंप के 25% टैरिफ का प्रतिवाद करते हुए। इसे रद्द
करने की मांग करते पहली अगस्त को जमकर विरोध जताया। जुलूस के शक्ल में विरोध करते हुए,
तहसील मुख्यालय परिसर पहुंचकर उपजिलाधिकारी ज्योति चौरसिया के निर्देश पर विरोध स्थल पर
पहुंचे तहसीलदार राम नारायण वर्मा को राष्ट्रपति को भेजे जाने वाली ज्ञापन को सबसे पहले पढ़कर
सुनाया उसके बाद ज्ञापन को सौंपा।
इस दौरान भाकपा माले के वरिष्ठ कार्यकर्ता और कामरेड ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा ने बताया कि
भारतीय निर्यात पर अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा 25% टैरिफ लगाने की कड़ी निंदा की जाती है।
उन्होंने कहा कि दंडात्मक शुल्क लगाते हुए। भारतीय नागरिकों को अवैध प्रवासी कहते है। और उन्हें
जंजीरों में जकड़कर वापस भेजते है। लेकिन केंद्र की मोदी सरकार हर भारत विरोधी कदम को
चुपचाप और कभी कभी मुखर समर्थन करती रहती है। कुशवाहा ने कहा कि भारत के राष्ट्रीय हितों,
आर्थिक और राजनीतिक संप्रभुता को अमेरिकी साम्राज्यवाद, जिसका नेतृत्व वर्तमान में ट्रंप कर रहे
है। आखिर कब तक हाथों को गिरवी रखेंगे। भाकपा माले के कामरेड ईश्वरी प्रसाद कुशवाहने। बताया
कि अमेरिकी राष्ट्रपति रूस से हथियार और ऊर्जा खरीदने पर भारत पर 25% दंडात्मक शुल्क लगाते
है। जिसका भाकपा माले द्वारा देशव्यापी विरोध दिवस के तहत अपना विरोध दर्ज करने के लिए
उपजिलाधिकारी ज्योति चौरसिया के माध्यम से ज्ञापन को राष्ट्रपति को भेजा गया।

