फरीदाबाद, 26 अगस्त । साइबर थाना सेंट्रल की टीम ने इंदौर स्थित एक फर्जी कॉल सेंटर का
भंडाफोड़ करते हुए मलिक सहित आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि
टिकवाली निवासी एक व्यक्ति ने साइबर थाना सैंट्रल में दी शिकायत में आरोप लगाया कि एक
फरवरी को उसके पास एक कॉल आया, जिसमें बताया गया कि वह कि करेन्सी में ट्रेडिंग कराते है।
फिर ठगों ने शिकायतकर्ता के पास कुछ ट्रेड का डाटा शेयर किया। जिस पर उसने ठगों के बताए
अनुसार खाता खोला और एक लाख दस हजार रुपए का निवेश किए। कुछ देर बाद जब उसने अपना
खाता खोल कर देखा तो निवेश की कोई पूंजी नहीं दिखा रहा था। इसकी शिकायत पर साइबर थाना
सैंट्रल में संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया। साइबर थाना सैंट्रल ने कार्रवाई करते हुए अरूण
भौंसले निवासी श्री राम नगर सिटी इन्दौर, आयुष सिलावट निवासी संयोगिता गंज, इन्दौर, नेमिश
राठौर व पवन राठौर निवासी इन्दौर, विक्की राठौर निवासी बाडगंगा इन्दौर, कार्तिक भौसले निवासी
मयूरनगर, थाना आजाद नगर, इन्दौर, अभिषेक मीणा निवासी ग्राम किशनपुर जिला देवास व विनय
जोशी निवासी ऋषि नगर, इंदौर को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में सामने आया कि अरूण भौसले
(मास्टरमाइंड) ने इंदौर में एक बिल्डिंग को किराये पर लेकर फर्जी कॉल सेंटर चला रखा था। जिसमें
सभी सहआरोपी कॉलिंग का काम करते थे। विनय जोशी वेबसाइट और लिंक डेवलप करने का काम
करता था। आरोपियों से सात मोबाइल फोन व एक लैपटाप बरामद किया गया है।

