मंदिरों में गूंजे जयकारे और बोल बम के नारे
कैथल, 11जुलाई ( रमेश तंवर )। सावन के पहले दिन भोलेनाथ के भक्तों की उमड़ी भीड़, मंदिरों में गूंजे जयकारे और बोल बम के नारे। श्रावण मास, जिसे सावन का महीना भी कहा जाता है, वर्षा ऋतु में आता है। यह मास भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है और इस दौरान उनकी पूजा करने से विशेष फल मिलता है। इस बार सावन मास की शुरुआत 11 जुलाई से होगी और समापन 9 अगस्त को होगा।श्रावण मास में कांवड़ यात्रा का भी विशेष महत्व है। इस यात्रा में श्रद्धालु गंगा तथा अन्य पवित्र नदियों से जल भरकर लंबी दूरी तय करते हैं और उस जल को शिवलिंग पर अर्पित करते हैं। ऐसी मान्यता है कि शिवलिंग पर जल चढ़ाने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इस बार पवित्र कांवड़ यात्रा की शुरुआत 11 जुलाई को सावन मास के पहले दिन से होगी जो 23 जुलाई को सावन शिवरात्रि के दिन जलाभिषेक के साथ पूर्ण होगी।

