लोन की पहली किस्त कटने के बाद पीड़ित को लोन लेने का पता चला
गुरुग्राम, 22 जुलाई । जालसाजों ने असम में ड्यूटी पर तैनात एक फौजी के नाम पर बैंक
से 7.80 लाख रुपये का लोन लेकर धोखाधड़ी की है। पीड़ित फौजी के खाते से जब लोन की पहली
किस्त कटी तो उनको पता नहीं लग सका कि किस वजह से रुपये डेबिट हुए हैं। छुट्टी मिलने पर
घर लौटने के बाद जब फौजी बैंक गया तो धोखाधड़ी का खुलासा हुआ। पीड़ित ने साइबर अपराध
थाना मानेसर में मामला दर्ज कराया है।
पटौदी के बासपदमका गांव निवासी अशोक कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह फौज
में नौकरी करता और उसकी ड्यूटी असम में है। 30 जून को वह असम में अपनी ड्यूटी पर तैनात
था तो उसके मोबाइल पर 13,897 रुपये कटने का मैसेज आया। फौजी को जानकारी नहीं हुई कि यह
राशि क्यों कटी है। इसके बाद अशोक कुमार ने असम में एसबीआई की शाखा में जाकर पता किया
तो उसे बताया गया कि उसके बैंक खाते पर 7.80 लाख रुपये का लोन लिया गया है, जिसकी
ईएमआई के रूप में यह राशि कटी है। इसके बाद 19 जुलाई को अशोक कुमार छुट्टी लेकर अपने घर
आया और एसबीआई शाखा पहुंचकर अपने बैंक खाते के बारे में पता किया। बैंक शाखा प्रबंधन ने
बताया कि यह लोन अशोक कुमार ने ही लिया है, जबकि पीड़ित का कहना है कि उसने कोई लोन
नहीं लिया और न ही किसी को कोई ओटीपी शेयर किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

