गुरुग्राम, 26 जुलाई। शनिवार को पहले दिन की पहले सत्र की सीईटी-2025 परीक्षा कड़ी
सुरक्षा के बीच शांतिपूर्वक संपन्न हुई। जिला में 145 परीक्षा केंद्रों पर हुई परीक्षा में अभ्यर्थियों को
उनके गृह क्षेत्र से लेकर परीक्षा केंद्र तक पहुंचाया गया। प्रशासन के स्वयं के लिए भी यह परीक्षा ही
थी कि व्यवस्था में किसी तरह की कोई कमी ना आने दी जाए। प्रशासन की ओर से दावा किया गया
कि पहले सत्र की परीक्षा के दौरान व्यवस्थाओं से अभ्यर्थी भी संतुष्ट और खुश नजर आए।
गुरुग्राम के जिला उपाायुक्त अजय कुमार ने सीईटी परीक्षा के लिए शहर में बनाए गए शटल पिक
अप प्वायंट्स राजीव चौक और ताऊ देवीलाल स्टेडियम का दौरा किया। उन्होंने व्यवस्थाओं का
जायजा लेते हुए वहां पहुंचे परीक्षार्थियों को भी शुभकामनाएं दीं। बहुत ही चुनौतीपूर्ण कार्य पिक एंड
ड्रॉप का था। पहले सत्र की परीक्षा शुरू होने के साथ ही दूसरे सत्र के लिए शट सर्विस शुरू कर दी
गई। खास बात यह रही कि दिव्यांगों को उनके घर से ही पिक एंड ड्रॉप यानी आने-जाने की सुविधा
दी गई। आईएमटी मानेसर में बनाए गए पिक अप प्वायंट पर जिला प्रशासन द्वारा परीक्षार्थियों के
लिए जलपान की व्यवस्था की गई। सीईटी परीक्षा को लेकर प्रदेश सरकार की ओर से किए गए
प्रबंधों से परीक्षार्थी खुश नजर आए। सरकार और प्रशासन का आभार जताते हुए खुशी-खुशी वे यहां से रवाना हुए।
परीक्षार्थियाें ने की प्रबंधाें की सराहना
गन्नौर से परीक्षा देने आई मनीषा ने कहा कि स्टार्टिंग प्वायंट से लेकर एंडिंग प्वायंट तक बिना
प्राब्लम के हमें पहुंचाया गया है। इसके लिए गवर्नमेंट का थैंक्स। गन्नौर से ही आई रितिका शर्मा ने
जिला प्रशासन व हरियाणा सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि हमें गन्नौर से गुरुग्राम तक बिना
किसी परेशान के पहुंचाया गया। व्यवस्थाएं बहुत बढिय़ा थीं। रोहतक जिला के महम से पहुंचे सूरज
ने कहा कि महम से लेकर गुरुग्राम तक किसी तरह की कोई समस्या नहीं आई। वहां से आई बस से
उतरने ही उन्हें शटल बस मिली। उसमें सीधे परीक्षा केंद्र पहुंच गए। सरकार के इस प्रयास की उन्होंने
सराहना की। सोनीपत से आई हर्षा गोयल भी सरकार के प्रबंधों से खुश नजर आई। उन्होंने कहा कि
सोनीपत से यहां तक पूरी सुरक्षा से लाया गया। यहां भी शटल सर्विस सही रही।
जीएम परीक्षार्थियों को बसों में देते रहे जानकारी
सीईटी परीक्षा को लेकर गुरुग्राम रोडवेज डिपो महाप्रबंधक (जीएम) भारत भूषण बसों में चढक़र
परीक्षार्थियों को बसों से संबंधित जानकारी देते नजर आए। उन्होंने पीले, गुलाबी पेपर दिखाते हुए
सेंटर पर पहुंचने की बारीकियों को समझाया। बताया कि इन पेपर पर स्कूल कोड लिखे हैं। स्कूल का
नाम लिखा है। जहां पर उतरेंगे, वहां पर दूसरी बस मिलेगी। उस शटल बस का नंबर भी पेपर पर लिखा होगा।

