Saturday, December 6, 2025
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अपने बुजुर्गों को अकेलेपन का शिकार न होने दें : केंद्रीय मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार

गुरुग्राम, 17 अगस्त । केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार ने
कहा कि भारतीय संस्कृति में संयुक्त परिवार की परंपरा रही है, जहां माता-पिता और बुजुर्गों की सेवा
करना परिवार के प्रत्येक सदस्य की सामूहिक एवं नैतिक जिम्मेदारी होती है। हमारी परंपरा में कार्यों
का विभाजन अवश्य होता है, लेकिन पारिवारिक जिम्मेदारी व रिश्तों का नहीं।

केंद्रीय मंत्री रविवार को हरियाणा के गुरुग्राम के बहोड़ा कला स्थित ब्रह्मकुमारी के ओम शांति रिट्रीट
सेंटर में समाज सेवा प्रभाग एवं ब्रह्मकुमारी के दिल्ली जोन के तत्वावधान में आयोजित संगम-
गौरवपूर्ण वृद्धावस्था एवं सम्मानित जीवन के शुभारंभ समारोह को संबोधित कर रहे थे।
डा. वीरेंद्र कुमार ने कहा कि बुजुर्गों का अपनी नई पीढ़ी के साथ जो भावनात्मक जुड़ाव होता है, वह
केवल और केवल भारतीय संस्कृति में ही संभव है। यही कारण है कि हमारी संस्कृति में बुजुर्गों को

परिवार का आधार और मार्गदर्शन का स्रोत माना जाता है। उन्होंने कहा कि समाज में पश्चिमी
जीवनशैली के प्रभाव से ओल्ड ऐज होम जैसी अवधारणाएँ सामने आई हैं, किंतु भारतीय परिवार
व्यवस्था में बुजुर्गों का सम्मान, स्नेह और सेवा हमारी संस्कृति की मूल पहचान है। उन्होंने आह्वान

किया कि नई पीढ़ी को इन मूल्यों को आत्मसात करते हुए अपने बुजुर्गों के प्रति कृतज्ञता और
सम्मान की भावना बनाए रखनी चाहिए। हमारे दादा-दादी और नाना-नानी ही वे आधार स्तंभ हैं, जो
हमें हमारी गौरवशाली परंपरा से परिचित कराते हैं तथा संस्कारों के बीज बोते हैं।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज समाज के लिए यह आवश्यक है कि हम बुजुर्गों से ज्ञान और अनुभव
प्राप्त करें, साथ ही उन्हें अकेलेपन का शिकार न होने दें। यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा इस क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों का उल्लेख करते

हुए केंद्रीय मंत्री ने बताया कि 70 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके बुजुर्गों को आयुष्मान भारत योजना से
जोड़ा जा रहा है। इसके अतिरिक्त वरिष्ठ योजना के अंतर्गत बुजुर्गों को आवश्यक वस्तुओं की
उपलब्धता के साथ-साथ एक समर्पित हेल्पलाइन के माध्यम से उनकी कठिनाइयों का निवारण किया जा रहा है।

ब्रह्मकुमारी आशा दीदी ने कहा कि आधुनिक जीवनशैली ने प्रत्येक रिश्ते के लिए विशेष आयोजन का
दिन निर्धारित कर दिया है। इसी दिशा में हमें ग्रैंड पेरेंट्स डे भी मनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस
प्रकार के उत्सव नई पीढ़ी के मन में प्रेम और सम्मान की भावना को जीवित रखने में सहायक होंगे।

कार्यक्रम में सोशल सर्विस विंग की चैयरपर्सन राजयोगिनी ब्रह्मकुमारी संतोष एवं ओम शांति रिट्रीट
सेंटर की निदेशक ब्रह्मकुमारी आशा तथा सोशल सर्विस विंग के उप चैयरपर्सन ब्रहमकुमार प्रेम सिंह
एवं सोशल सर्विस विंग के नेशनल कोऑर्डिनेटर बीके अवतार सहित सचिव अमित यादव उपस्थित रहे।

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