हरिद्वार, 16 जून । हाथियों का घर तथा बाघों का अभयारण्य कहे जाने वाले राजाजी
टाइगर रिजर्व को 15 जून से सैलानियों के लिए बंद कर दिया गया है। मानसून सीजन की समाप्ति
के बाद अब इसे 15 नवंबर को पर्यटको के लिए खोला जाएगा।
इस बार पार्क के सभी गेटों से बड़ी संख्या में पर्यटक वन्यजीवो के दीदार को पहुंचे, साथ ही इस
बार हरिद्वार रेंज स्थित रानीपुर गेट से पिछले वर्ष की तुलना मे दोगुनी कमाई हुई है। पिछले वर्ष
रानीपुर गेट से लगभग 9 लाख 58 हजार की आमदनी हुई थी जो इस बार बढकर 17 लाख 36
हजार की हुई है, तो वहीं व चीलावाली के मोहण्ड गेट ने भी पूर्व वर्षो के विपरीत राजस्व अर्जन के
नए रिकॉर्ड बनाये है। साथ ही चीला व मोतिचूर ने भी लोगो को आकर्षित करते हुए खासा राजस्व
कमाया है। सभी चार गेटों से पार्क को एक करोड़ तेइस लाख का राजस्व मिला।
इस बार भारतीय पर्यटको के साथ विदेशी पर्यटकों की संख्या में भी वृध्दि हुई है। सभी गेटो मे इस
बार 51500 सैलानियों ने भ्रमण किया। इनमे दो हजार विदेशी पर्यटक भी शामिल है। विगत वर्ष 46
हजार के करीब सैलानी राजाजी पंहुचे थे, जिनमें 1400के करीब विदेशी नागरिक थे।
सभी चार गेटों से प्राप्त राजस्व के क्रम में रानीपुर से 17.36 लाख, मोहण्ड से 35.27 लाख, चीला से
53.20 लाख तथा मोतिचूर 17.13 लाख के राजस्व की प्राप्ति हुई है।

