गांव-गांव जाकर लोगों को आमंत्रित कर रहे हैं आचार्य हरिओम व आचार्य बलविंद्र सिंह
इंडिया गौरव, राहुल सीवन। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को लेकर पूरे देशभर में उत्साह की लहर है, और हरियाणा के कैथल व कुरुक्षेत्र जिले भी इस महाअभियान में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। विशेष रूप से पंतजलि योगपीठ कैथल के जिला प्रभारी आचार्य हरिओम और भारत स्वाभिमान कुरुक्षेत्र के जिला प्रभारी आचार्य बलविंद्र सिंह ने इस बार योग दिवस को ऐतिहासिक स्वरूप देने के लिए कमर कस ली है।
इन दोनों समर्पित योगाचार्यों ने पिछले कई दिनों से गांव-गांव जाकर लोगों से सीधा संवाद कर योग के प्रति जागरूकता फैलाने का जो बीड़ा उठाया है, वह न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि समाज निर्माण की दिशा में एक अत्यंत महत्वपूर्ण कदम भी है। ग्रामीण अंचलों में जाकर इन्होंने न केवल योगाभ्यास करवाया, बल्कि लोगों को यह भी समझाया कि योग केवल व्यायाम नहीं, बल्कि एक सम्पूर्ण जीवन पद्धति है जो तन, मन और आत्मा को संतुलित करती है।
आज भी दोनों आचार्यों ने लगभग 30 गांवों का दौरा किया, जहां हर आयु वर्ग के लोगों में योग के प्रति अद्भुत उत्साह देखने को मिला। योगाभ्यास के बाद हुई चर्चाओं में उन्होंने बताया कि 21 जून को कुरुक्षेत्र के पवित्र ब्रह्म सरोवर पर एक भव्य योग शिविर का आयोजन किया जाएगा। यह शिविर पतंजलि योगपीठ के तत्वावधान में एवं जिला प्रशासन के सहयोग से आयोजित होगा। इस ऐतिहासिक अवसर पर विश्वविख्यात योगगुरु स्वामी रामदेव जी स्वयं मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे और अपने मार्गदर्शन से हजारों साधकों को लाभान्वित
करेंगे। आचार्य हरिओम ने कहा कि योग भारत की आत्मा है, और जब तक हर घर, हर व्यक्ति इससे नहीं जुड़ता, तब तक संपूर्ण समाज का कल्याण अधूरा रहेगा। उन्होंने बताया कि योग अपनाकर ही हम मानसिक तनाव, मधुमेह, रक्तचाप, अस्थमा, अवसाद जैसी बीमारियों पर काबू पा सकते हैं।
वहीं, आचार्य बलविंद्र सिंह ने जोर देते हुए कहा कि योग किसी धर्म या पंथ से जुड़ा नहीं है, यह तो हमारी संस्कृति और सभ्यता की वह नींव है जो सबको जोड़ती है, सबको स्वस्थ बनाती है और राष्ट्र को सामर्थ्य देती है। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। योग शिविर स्थल पर चिकित्सीय सुविधा, शीतल पेयजल, बैठने की समुचित व्यवस्था,
मार्गदर्शक टीम और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। अनुभवी योगाचार्य हर स्तर पर मार्गदर्शन करेंगे ताकि प्रत्येक सहभागी को एक सम्पूर्ण, शांतिपूर्ण और ऊर्जावान अनुभव मिल सके। दोनों योग प्रचारकों ने आम जनता से अपील की है कि वे 21 जून को अधिक से अधिक संख्या में ब्रह्म सरोवर पहुंचे और इस दिव्य योग अनुष्ठान का हिस्सा बनें। यह आयोजन “स्वस्थ भारत, समर्पित समाज और जागरूक नागरिक” की दिशा में एक सशक्त प्रयास है।

