कैथल, 12 दिसंबर। दी कैथल सहकारी चीनी मिल लिमिटेड कैथल के 35वें गन्ना पिराई सत्र की शुक्रवार को पूरे विधि-विधान के साथ शुरुआत हुई। हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कार्यक्रम में ऑनलाइन जुड़कर पिराई सत्र का उद्घाटन किया और किसानों को संबोधित किया। वहीं भाजपा जिला अध्यक्ष ज्योति सैनी ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की। इस अवसर पर उन्होंने किसानों के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा गन्ने के भाव में की गई बढ़ोतरी की सराहना की।
सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि हरियाणा सरकार अपनी किसान-हितैषी नीतियों पर अडिग है। जिसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि किसानों की मेहनत का सम्मान करते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गन्ने के भाव में 15 रुपये की बढ़ोतरी की है, जिससे अब भाव 415 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। यह फैसला इस बात का प्रमाण है कि सरकार किसानों की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए संकल्पबद्ध है।
उन्होंने कहा कि मिल प्रशासन के अनुसार इस वर्ष 17 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मिल ने चीनी की रिकवरी दर को पिछले वर्ष के 8.34 प्रतिशत से बढ़ाकर इस वर्ष 9.25 प्रतिशत करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। बेहतर रिकवरी दर के साथ इस वर्ष लगभग 1.57 लाख क्विंटल चीनी उत्पादन की संभावना है। इस पेराई सत्र के लिए मिल के पास पर्याप्त मात्रा में गन्ना उपलब्ध है। वर्तमान में मिल से 534 किसान जुड़े हुए हैं और कुल 7045 एकड़ क्षेत्र में गन्ना खड़ा है, जिसमें 3467 एकड़ में मुड्ढा और 3578 एकड़ नया गन्ना शामिल है।
उन्होंने मिल प्रबंधन से आह्वान किया कि वे किसानों को गन्ने की खेती करने के लिए प्रेरित करे और गन्ना क्षेत्र को बढ़ाए। किसानो को गन्ने की नई नई किस्मों के बारे में जानकारी दें। अधिकारी सुनिश्चित करें कि किसानों को पेराई सत्र में किसी प्रकार की परेशानी नहीं आनी चाहिए।
भाजपा जिला अध्यक्ष ज्योति सैनी ने कहा कि कैथल सहकारी चीनी मिल सिर्फ एक उद्योग नहीं है, बल्कि यह हमारे किसानों की मेहनत, हमारे सहकारिता तंत्र की मजबूती और कैथल जिले की प्रगति का मुख्य स्त्रोतों में से एक है। आज
35वें पिराई सत्र की शुरुआत हुई है। नया सत्र नई उम्मीदें लेकर आता है— बेहतर उत्पादन तेज भुगतान, पारदर्शी व्यवस्था और तकनीक आधारित कामकाज आदि। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का मानना है कि जब किसान खुशहाल होगा, तभी देश व प्रदेश प्रगति करेगा। इसलिए आज हम सब मिलकर किसानों की उन्नति, मिल की प्रगति और कैथल जिले के विकास का संकल्प लें। सहकारिता की यह भावना और यह एकजुटता ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है।
मिल के प्रबंध निदेशक (एमडी) कृष्ण कुमार ने किसानों की सुविधा के लिए उठाए गए कदमों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मिल प्रबंधन का प्रयास है कि किसान को फसल बेचने में कोई परेशानी न हो इसके लिए ऑनलाइन टोकन व्यवस्था शुरू की गई है। किसान अब घर बैठे अपनी गन्ने की ट्रॉलियों के लिए एडवांस टोकन लगा सकेंगे। इससे मिल गेट पर लंबी कतारों और इंतजार से मुक्ति मिलेगी।
इसी प्रकार अटल किसान मजदूर कैंटीन के जरिए सीजन के दौरान किसानों और ड्राइवरों को मात्र 10 रुपये प्रति थाली में उच्च गुणवत्ता वाला भोजन उपलब्ध कराया जाता है। वहीं उन्नत किस्मों के बीज और कीटनाशकों के लिए मिल द्वारा ब्याज मुक्त ऋण की सुविधा दी जा रही है। गन्ने की फसल का भुगतान सीधे किसानों के बैंक खातों में समयबद्ध तरीके से किया जाएगा। किसानों को आर्थिक संबल प्रदान करने और गन्ने की खेती को बढ़ावा देने के लिए गन्ना विकास योजना के तहत 744.99 लाख रुपये (लगभग 7.45 करोड़) खर्च करने का प्रावधान किया गया है।
इस अवसर पर प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया गया। एमडी शुगर मिल कृष्ण कुमार ने विशिष्ट अतिथि ज्योति सैनी को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर सांसद कार्यालय प्रभारी रविन्द्र धीमान, रोशन लाल , गन्ना प्रबंधक रामपाल, सतीश काजला, जितेंद्र कादियान, रामेश्वर ढुल, नछत्र सिंह, मनीष शर्मा, जागीर सिसला, अवदेश, अजय प्रताप राणा, सुरेश कुमार अरविंद गोलन, प्रवीण प्रजापति आदि मौजूद रहे।

