कैथल 11 जुलाई। डीसी प्रीति ने कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई है। इससे युवाओं का भविष्य प्रभावित हो रहा है। नशे पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से सभी संबंधित अधिकारी आपस में तालमेल और तत्परता के साथ कार्य करें। शहरों के साथ-साथ ग्रामीणों क्षेत्रों में भी गहनता से निगरानी की जाए और नशे के कारोबार में संलिप्त लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
डीसी प्रीति ने कहा
डीसी प्रीति शुक्रवार को लघु सचिवालय के सभागार में जिला स्तरीय नार्को समन्वय केंद्र (एनकॉर्ड) की बैठक में अधिकारियों को दिशा निर्देश दे रहीं थीं। उन्होंने कहा कि नशे की रोकथाम के लिए सभी को एकजुटता दिखाने एवं संवाद स्थापित कार्य करने की भी आवश्यकता है। इसको लेकर अधिक से अधिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। स्कूल एवं कॉलेजों में जाकर बच्चों के साथ नशे के खिलाफ संवाद स्थापित किया जाए। सभी विभागीय अधिकारी व आमजन नशा तस्करी के संदर्भ में जानकारी साझा करे।
डीसी प्रीति ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए
डीसी प्रीति ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्र में संचालित नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्रों का दौरा करते रहे हैं। जिला ड्रग कंट्रोलर को निर्देश दिए कि वे जिले में मेडिकल स्टोर का नियमित औचक निरीक्षण करते रहें और यदि कहीं पर प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री पाई जाती है, तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई करें। नियमों का पालन न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करें। बैठक में पुलिस विभाग द्वारा नशे के खिलाफ किए जा रहे कार्यों से अवगत करवाया गया। वहीं चिंहित अपराधों पर भी चर्चा हुई।
इस अवसर पर जिला नगर आयुक्त सुशील कुमार, एचएसवीपी ईओ वकील अहमद, डीएसपी बीरभान, डीएसपी कुलदीप बेनीवाल, जिला न्यायवादी सुखदीप सिंह, जेल अधीक्षक अशोक कुमार, डीडीपीओ कंवर दमन, जिला उच्च शिक्षा अधिकारी डा. मनोज कुमार, जिला गणित विशेषज्ञ छत्रपाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

