सरकार व प्रशासन के प्रबंधों से संतुष्ट नजर आए परीक्षार्थी
कैथल, 27 जुलाई। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के आदेशानुसार जिले में आयोजित सीईटी परीक्षा के लिए परीक्षार्थियों को बेहतरीन सुविधाएं मुहैया करवाई गई। जिला प्रशासन दो दिन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर रहा। डीसी व एसपी ने दोनों दिन स्वयं कमान संभाले रखी और परीक्षा केंद्रों का दौरा कर प्रबंधों को पुख्ता करने बारे आवश्यक निर्देश दिए। ऐसा पहली बार देखने को नजर आया है कि हर परीक्षार्थी और उनके परिजनों के चेहरों पर मुस्कान नजर आई और वे दिल से मुख्यमंत्री व सरकार का धन्यवाद कर रहे हैं। मुख्यत:
पहले जहां लोगों को अपने स्थान से परीक्षा केंद्रों में पहुंचने पर समस्याएं आती थीं, अबकी बार वह नजर नही आई। सरकार और प्रशासन के संकल्प और उनके फैसलों से सीईटी परीक्षार्थियों को अच्छी सुविधा मिल पाई। इस सीईटी परीक्षा को लोगों ने उत्सव के तौर पर मनाया और जहां-जहां परीक्षा केंद्र थे, वहीं सामाजिक संस्थाओं ने बढ़-चढ़ कर अपनी भागीदारी निभाई। उन्होंने खाने-पीने और रहने की अलग से व्यवस्था की गई थी, ताकि किसी भी परीक्षार्थी व उनके परिजनों को कोई समस्या न आए।
ड्यूटी के साथ रोल नंबर ढूंढवाने में महिला कर्मी ने की मदद
कैथल जाट शाइन स्टार स्कूल में ड्यूटी पर तैनात एक महिला पुलिसकर्मी ने न केवल सुरक्षा सुनिश्चित की, बल्कि महिला परीक्षार्थियों की रोल नंबर ढूंढने में सक्रिय योगदान प्रदान किया। यह महिला कर्मी बड़ी शालीनता के साथ परीक्षार्थियों के साथ बातचीत कर रही थी। साथ उन्हें परीक्षा को लेकर शुभकामनाएं देते भी नजर आई।
डीसी प्रीति व एसपी आस्था मोदी किया परीक्षा केंद्रों का दौरा
सीईटी परीक्षा के दूसरे दिन भी डीसी प्रीति व एसपी आस्था मोदी ने अलग अलग विभिन्न परीक्षा केंद्रों का दौरा किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। डीसी प्रीति जाट पॉलिटेक्निक कालेज, जाट स्कूल, जाट कॉलेज, इंदिरा गांधी महिला कॉलेज, सन शाइन स्कूल, हेरिटेज पब्लिक स्कूल तथा आरकेएसडी कॉलेज के परीक्षा केंद्रों में पहुंची। जहां उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था, सीसीटीवी कैमरे, जैमर, उपस्थिति व अनुपस्थित परीक्षार्थियों की संख्या आदि के बारे में जानकारी ली। परीक्षा अधीक्षक को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
परीक्षार्थियों ने दूसरे दिन भी परीक्षार्थियों दी उत्साह के साथ परीक्षा : डीसी प्रीति
डीसी प्रीति ने कहा कि पहले दिन साथ साथ दूसरे दिन भी सीईटी परीक्षा का सफल आयोजन हुआ। परीक्षार्थी काफी उत्साहित दिखाई दिए। कई परीक्षा केंद्रों का दौरा किया गया, जहां पर सभी व्यवस्थाएं सही पाई गई। मैं परीक्षार्थियों कोे शुभकामनाएं देती हूं। इसके साथ साथ दोनों दिनों में सीईटी परीक्षा के सफल आयोजन में ड्यूटी देने वाले सभी अधिकारियों, कर्मचारियों का भी धन्यवाद करती हूं।
एसपी ने अंबाला पहुंचाया परीक्षार्थी
पुलिस कंट्रोल रूम में एक उम्मीदवार ने कॉल की कि उसे अंबाला पहुंचना है। तुरंत ईआरवी टीम वहां पहुंची और उसे बस से अंबाला भेजा। एसपी आस्था मोदी ने कहा कि दो दिन तक सीईटी परीक्षा पूरी तरह से शांतिपूर्वक एवं सफलतापूर्वक आयोजित की गई। सुरक्षा सहित शहर में यातायात की दृष्टि से पुलिस ने मुस्तैदी से ड्यूटी दी और प्रयास किया कि किसी को परेशानी न हो। इसके लिए ड्यूटी पर तैनात सभी पुलिस कर्मचारियों को वे साधुवाद देती हैं। जिन्होंने अपनी ड्यूटी को मुस्तैदी से निभाया।
परीक्षा के नोडल अधिकारी ने जताया सभी का आभार
परीक्षा के नोडल अधिकारी एडीसी दीपक बाबूलाल करवा ने कहा कि दोनों दिन की परीक्षा बहुत ही सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न हुई। यातायात में भी कोई परेशानी नहीं है। कैथल से चंडीगढ़ व पंचकूला परीक्षार्थी आराम से बसों में भेजे गए और जींद से कैथल में परीक्षार्थी आए। रविवार को हेरिटेज स्कूल का दौरा किया। बच्चों की समय पर एंट्री हो गई थी। बायोमेट्रिक हाजिरी हुई। सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता प्रबंध किए थे। इस परीक्षा के सफल आयोजन में सभी अधिकारियों व कर्मचारियों में अपनी सक्रिय भूमिका निभाई, उसके लिए सभी का धन्यवाद।
जब एसएचओ ट्रैफिक बने मददगार
डायल 112 पर एक उम्मीदवार ने फोन करके सहायता मांगी कि उसे कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में परीक्षा देने जाना है, लेकिन वह लेट हो गया है। इस सूचना पर यातायात एसएचओ तुरंत मौके पर पहुंचे और परीक्षार्थी को समय पर पहुंचाया। इसी सेंटर के पास से एक लड़की ने कहा कि वह दूसरे परीक्षा केंद्र पहुंच गई है, तो तुरंत एसएचओ यातायात ने अपनी गाड़ी ने डा. भीम राव अंबेडकर कॉलेज में बनाए गए परीक्षा केंद्र पर पहुंचाया। इस तरह से सरकार के आदेशानुसार अधिकारियों व कर्मचारियों ने मानवता का परिचय देते हुए परीक्षार्थियों को दिनभर मदद की। इसी प्रकार डायल 112 की गाड़ी के माध्यम से पुलिसकर्मी ने एक परीक्षार्थी को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कमेटी चौक पहुंचाया।
हेल्प डेस्क से मिली उम्मीदवारों को मदद
दोनों दिन की परीक्षा के दौरान बस अड्डे पर स्थापित दो जगह हेल्प डेस्क से लोगों को काफी राहत मिली। इन दोनों जगह से की जा रही अनाउंसमेंट व मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने परीक्षार्थियों व उनके परिजनों को बस के बारे में जानकारी दी। जो बच्चे जींद से आए, उन्हें उनके परीक्षा केंद्र से संबंधित बस के बारे में और परीक्षा देकर वापस जाने वाले बच्चों को उनके गंतव्य की ओर जाने वाली बसों के बारे में जानकारी दी। साथ ही दोनों दिन सुबह करीब ढाई बजे से ही हेल्प डेस्क पर कार्यरत रोडवेज कर्मचारियों, स्काउट एवं गाइड की टुकड़ियों ने यहां जनसेवा का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया। हजारों की भीड़ के बावजूद बस अड्डे पर स्थिति को बिगड़ने नहीं दिया और दोनों दिन चारों सत्रों में परीक्षार्थियों व उनके परिजनों ने बिना किसी परेशानी के सहजता से आवागमन किया।
कंट्रोल रूम व डायल 112 ने निभाई जिम्मेवारी
इसी प्रकार से लघु सचिवालय स्थित कंट्रोल रूम में तैनात कर्मचारी भी दिन-रात सेवा में जुटे रहे। इन कर्मचारियों ने कंट्रोल रूम में आने वाली कॉल के अनुसार उन्हें जानकारी दी और अधिकारियों से तालमेल करवाकर उनकी समस्याओं का समाधान करवाया। पहले दिन लगभग 50 उम्मीदवारों ने कंट्रोल रूम में कॉल करके सहायता मांगी। वहीं दूसरे दिन कई कॉल आईं। जिन पर कर्मचारियों ने संबंधित अधिकारियों से तालमेल कर समस्याओं का समाधान करवाकर परीक्षार्थियों को राहत पहुंचाई। पुलिस की डायल 112 टीमों ने भी काफी सराहनीय योगदान दिया।


