
इंडिया गौरव, राहुल सीवन। विश्व रक्तदाता दिवस पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहां 72 बार रक्तदान कर चुके लायन गुलशन चुघ ने लोगों से जीवन देने वाली इस मुहिम से अधिक लोगों को जोड़ने का आह्वान किया। कार्यक्रम में उनके साथ मुख्य अतिथि रहे समाजसेवी व अधिवक्ता गौरव वधवा ने भी रक्तदान की महत्ता पर विस्तार से चर्चा की।
चुघ ने बताया कि हर स्वास्थ्यवान व्यक्ति एक बार रक्तदान करता है, तो इससे तीन लोगों तक की जान बचाई जा सकती है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे जीवन देने का गर्व महसूस करें, घबराने या शंकित होने की जरूरत नहीं है। चुघ ने उदाहरण दिया कि उनके 72 बार रक्तदान ने असंख्य लोगों तक नया जीवन पहुंचाने का काम किया। उन्होंने गर्वपूर्वक किया हुआ हर रक्तदान उनके जीवन का सर्वोत्तम पल बताया। चुघ ने लोगों से निवेदन किया कि अधिक से अधिक स्वास्थ्यवान व्यक्ति रक्तदान कार्यक्रमों में शामिल होकर एक नए जीवन की
नींव रखने में योगदान दें। कार्यक्रम में समाजसेवी व अधिवक्ता गौरव वधवा ने चुघ की प्रेरणा की सराहना किया और लोगों से आह्वान किया कि हर व्यक्ति जीवन में कम से कम एक बार रक्त अवश्य दिया करे। उन्होंने बताया कि एक यूनिट खून तीन लोगों की जिंदगी बदलने की क्षमता रखता है। चुघ ने इसका संदेश दिया कि रक्तदान जीवनदान है।उनके प्रयास ने
कार्यक्रम में मौजूद लोगों पर गहरा प्रभाव किया, जिसके तहत अनेक लोगों ने कार्यक्रम समाप्त होने तक रक्तदान देने का संकल्प लिया। चुघ ने आह्वान किया कि हर नागरिक इसका हिस्सा बने, ताकि कोई जीवन खून की कमी से असमय न जाये। कार्यक्रम ने एक प्रेरक संदेश दिया कि एक छोटा प्रयास असंख्य जीवन सुरक्षित रखने में सक्षम है।
गुलशन चुघ ने अधिक विस्तार से बताया कि उनके लिए हर रक्तदान जीवन की रक्षा जैसा है। उन्होंने कहा कि उनके 72 बार किए गए रक्तदान ने उन्हें मानसिक शांति, गर्व और जीवन जीने का असली अर्थ दिया। चुघ ने लोगों से आह्वान किया कि स्वास्थ्यवान होने पर हर तीन या चार माह बाद रक्तदान अवश्य करना चाहिए, ताकि जरूरतमंद लोगों तक जीवन पहुंच
सके। उनके प्रयास ने अनगिनत लोगों की मुस्कान लौटाई और उनके घर आंगन फिर से चहल-पहल से भर दिए। चुघ ने जोर दिया कि एक छोटा प्रयास असंख्य जीवन बदलने की क्षमता रखने वाला पुण्य है। उनके जीवन ने लोगों के लिए प्रेरणा पेश की कि हर व्यक्ति रक्तदाता होकर जीवनदाता भी बन सकता है।
मुख्य अतिथि व अधिवक्ता गौरव वधवा ने कार्यक्रम में अधिक विस्तार से बताया कि रक्तदान एक राष्ट्रीय सेवा है, एक जीवन देने जैसा सर्वोच्च प्रयास है। उन्होंने चुघ की प्रेरणा की सराहना की और लोगों से आह्वान किया कि अधिक से अधिक स्वास्थ्यवान व्यक्ति रक्तदान कार्यक्रमों से अवश्य जुड़े। वधवा ने जोर दिया कि हर व्यक्ति का किया हुआ छोटा प्रयास
असंख्य लोगों की जिंदगी बदलने की क्षमता रखा हुआ है। उनके अनुसार, रक्तदान एक धर्म है, एक कर्तव्य है, जो हर नागरिक ने जीवन में एक बार जरूर निभाना चाहिए। गौरव वधवा ने आह्वान किया कि हम सभी एकजुट होकर जीवन सुरक्षा का संदेश फैलाएंगे, ताकि कोई जीवन रक्त की कमी से असमय न जाये।