कैथल । जलियांवाला बाग हत्याकांड का बदला लेने वाले अमर शहीद महान क्रांतिकारी उधम सिंह को पूर्व सैनिक वैल्फेयर एसोसिएशन ने भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। उन्होंने बैसाखी के दिन 13 अप्रैल 1940 को लंदन में भाषण देते हुए लेफ्टिनेंट जनरल गवर्नर माइकल ओ-डायर को बिल्कुल नजदीक पहुंचकर दो गोलियां मारी और ढेर कर दिया। आज उस शहीद-ए-आजम माता नारायण कौर व सरदार टहल सिंह कंबोज के लाडले, गांव सुनाम जिला संगरूर के वीर सुपुत्र के सामने पूरा देश नतमस्तक है। उस जांाबज को 31 जुलाई 1940 को ब्रिटिश
सरकार ने फांसी पर लटका दिया था। इस अमर वीर के अवशेष आज भी जलियांवाला बाग अमृतसर में रखे हैं। पूर्व सैनिक वेलफेयर एसोसिएशन कैथल ने भी शहर के शहीद उधम सिंह पार्क में शहीद-ए-आजम सरदार उधम सिंह कंबोज को फूल मालाए डाल कर व पुष्प अर्पित करके श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर पूर्व सैनिक लोग गायक फौजी कर्मवीर, सार्जेंट धर्मवीर सिंह, कैप्टन नरसिंह ढुल ने शहीद ए आजम के जीवनकाल में घटित घटनाओं के बारे में बताया। एसोसिएशन के प्रधान जगजीत फौजी ने बताया कि हम इस मातृभूमि पर चाहे कितनी
बार भी जन्म लें लेकिन ऐसे शूरवीरों का कर्ज हमारा देश कभी नहीं उतर सकता। आजादी का मूल मंत्र देने वालों को हमारा देश उनके बलिदानी दिवसों पर इसी प्रकार से श्रद्धांजलि देता है और देता रहेगा। आज जो हमारा देश आजाद है इन शूरवीर जांबाज अमर वीर योद्धाओं की वजह से है। मौके पर एसोसिएशन के प्रधान जगजीत फौजी के साथ कैप्टन नरसिंह ढुल, सार्जेंट धर्मवीर सिंह, हवलदार अभे सिंह, लोक गायक फौजी कर्मवीर, सूबेदार मेजर खजान सिंह, सूबेदार सोम प्रकाश शर्मा, सूबेदार विजय शर्मा, रिशालदार कर्मवीर भाल, रिशालदार बलदेव सिंह, हवलदार मांगेराम शर्मा, एसोसिएशन से जुड़े साथी, मातृशक्ति एवं बच्चे श्रद्धांजलि देने में शामिल रहे।

