कैथल । यहां नवग्रह चौक पर किसान मजदूर कमेरा वर्ग यूनियन ने मनीषा हत्याकांड को लेकर प्रदर्शन किया और भिवानी पुलिस कप्तान व प्रसाशन के खिलाफ नारेबाजी की। यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष महावीर चहल नरड़ ने कहा कि हरियाणा प्रदेश में मणिपुर जैसे हालात हो चुके हैं। बहन, बेटियों की सुरक्षा बिल्कुल भी नहीं रही और सरकार गहरी नींद
में सो रही है। मनीषा की मौत के पांच दिन बाद सुसाइड नोट मिलना यह सब मिलीभगती लग रहा है। इधर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बयान जारी करता है कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, ये सब बातें समझ से परे हैं। हम सरकार से मांग करते हैं कि मनीषा को इंसाफ दिलाए ताकि प्रदेश में ऐसी घटना फिर न घटने पाए और अपराधियो में कानून का भय रहे।
प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र मागो माजरी व मनजीत करोड़ा ने कहा कि कैसे विश्वास किया जाए कि ये आत्महत्या है, क्या कोई जहर खाने के बाद अपनी गर्दन काट लेगा, क्या अपनी आंख निकाल सकता हैं और तो और क्या जहर निगली हुई महिला अपनी बच्चेदानी या किडनी निकाल सकती है। यदि मरने के बाद किसी जानवर ने उसके शरीर पर वार किया तो क्या
उसके शरीर पर उसी समय किसी पंजे के निशान नहीं होंगे। जानवर लाश को घसीटने का काम भी करता लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। इस मामले को दबाने के लिए प्रशासन पूरा प्रयास कर रहा है। मृतका के परिजनों के अनुसार सुसाइड नोट की लिखाई उनकी बेटी की नहीं है और मौत के इतने दिनों बाद सुसाइड नोट कहां से आ गया। पुलिस बेवजह दवाब बना रही है लेकिन हम चुप नहीं बैठेंगे। जब तक मनीषा के कातिलों को सजा न मिले और वो बेनकाब न हों। दूसरी तरफ
पुलिस परिवार को डरा धमका रही है। दाह संस्कार के लिए भी दवाब बनाया जा रहा जो गलत है। सरकार को चाहिए कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को जल्द गिरफ्तार करे ताकि समाज में शांति कायम रहे। प्रदर्शन में कृष्ण मालखेड़ी, कुलदीप मलिक खुराना, सोनू सजूमा, बिन्दर गिल सिरटा, गुरनाम भट कैथल, कैफी वाल्मीकि प्योदा आदि शामिल रहे।

