डीसी ने कहा : कोरोना के समय स्वयं मुझे पड़ी थी रक्त की जरूरत, फौजी भाइयों ने रक्त देकर बचाई थी मेरी जान
कैथल, 20 अगस्त। डीसी प्रीति ने कहा कि रक्तदान महादान है। सभी आमजन रक्तदान के प्रति सजग होने चाहिए। केवल शिविर में ही इसके महत्व पर बात नहीं होनी चाहिए, बल्कि इसे गली, चौराहे और नुक्कड़ सभा में चर्चा का विषय बनाए, ताकि जन-जन तक इसके महत्व को पहुंचाया जा सके। कोरोना के समय स्वयं मुझे रक्त की जरूरत पड़ी थी और फौजी भाइयों ने मुझे रक्त देकर मेरी जान बचाई थी।
डीसी प्रीति बुधवार को जेसीआई कैथल सिटी द्वारा आरकेएसडी कालेज में आयोजित रक्तदान शिविर में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि कुछ लोग समय पर रक्त न मिलने के कारण अपनी जान गवां देते हैं। इसलिए इस विषय ज्यादा से ज्यादा चर्चा होनी चाहिए। कुछ लोगों के मन में अब भी यह भ्रांति है कि रक्तदान करने से
शरीर में कमजोरी आती है, लेकिन ऐसा नहीं है। रक्तदान करने से शरीर में नई रक्त कोशिकाओं का निर्माण होता है, जिससे रक्त हमेशा ताजा और शुद्ध बना रहता है। नियमित रक्तदान करने वाले व्यक्ति में रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल का स्तर सामान्य बना रहता है। उन्होंने कहा कि रक्तदान करने के लिए हमारा शरीर स्वस्थ होना चाहिए। हमें नियमित योग,
व्यायाम और पौष्टिक भोजन का सेवन करें। स्वस्थ व्यक्ति समाज में सक्रिय योगदान दे सकता है। उन्होंने सभी सामाजिक संस्थाओं का आह्वान किया कि वे रक्तदान जैसे सामाजिक कार्यो में बढ़चढ़ भाग लें, ताकि जरूरतमंद को रक्त उपलब्ध करवाया जा सके। रक्तदाताओं को प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया।
आरकेएसडी कॉलेज संस्थान के प्रधान अश्वनी शोरेवाला व जेसीआई कैथल सिटी के प्रधान संजय गोयल सहित अन्य ने डीसी प्रीति का शिविर में पहुंचने पर आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर रेडक्रॉस सचिव रामजी लाल, जेसीआई से रूचिका, रोहित बंसल, मनीष बंसल, पवन बंसल, राणा बंसल, रोहित, संजय बिंदलिश, राजेश खुरानिया सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे।

