कैथल । गढ़ी पाडला स्थित अशोका लेलैंड ड्राइविंग प्रशिक्षण संस्थान ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कैथल और नागरिक अस्पताल मानसिक स्वास्थ्य केंद्र के सहयोग से संस्थान के प्रशिक्षणाधीन चालकों के लिए नशा मुक्ति जागरूकता पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया। संस्थान के प्रधानाचार्य एवं प्रमुख समीर सैनी ने अपने संबोधन में बताया कि संस्थान प्रशिक्षुओं
को कुशल चालक बनने के लिए कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है और नशा चालकों के जीवन में आने वाली बाधाओं में से एक है, जिसके लिए नशा मुक्ति के बारे में जागरूकता समय की मांग है। सुशील प्रकाश डीएसपी यातायात कैथल ने मुख्य अतिथि के रूप में संस्थान में इस तरह की गतिविधि आयोजित करने के लिए संस्थान की पहल की सराहना की, जो
आज के सभ्य समाज की आवश्यकता है। डीएलएसए कैथल के पैनल एडवोकेट एवं मास्टर ट्रेनर अरविंद खुरानिया ने विभिन्न प्रकार के नशीले पदार्थों और उनके सेवन से जीवन, परिवार और सभ्य समाज पर पडऩे वाले प्रभावों के बारे में बताया। उन्होंने नशा मुक्ति के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए कार्यशाला, सेमिनार, प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से जागरूकता पैदा करने के लिए अशोक लीलैंड ड्राइविंग प्रशिक्षण संस्थान, डीएलएसए, जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग
और पुलिस की भूमिका की सराहना की है। डॉ. सीमा चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने नशा मुक्ति केंद्र की स्थापना की है और नशे की लत के इलाज के लिए नागरिक अस्पताल में मुफ्त दवाइयां उपलब्ध कराई जाती हैं। कार्यशाला में लगभग 250 प्रशिक्षुओं, संकायों और कर्मचारियों के सदस्यों ने भाग लिया। राजबीर सिंह मुख्य प्रशिक्षक, कृष्ण कुमार वरिष्ठ व्यवस्थापक पुनीत धीमान प्रशिक्षण प्रबंधक, कपिल डुडेजा बीडीएम और संस्थान के रामदयाल भी उक्त कार्यशाला में उपस्थित थे।

