कैथल । अंबाला में दो वकीलों के खिलाफ पुलिस द्वारा झूठी एफआईआर दर्ज करने के विरोध में आज कैथल की अदालतों में कामकाज बंद रहा। आज वकीलोंं ने कोई काम नहींं किया जिससे दूर दूर से आए मुवक्किलों को भारी परेशानी हुई। चैंबर परिसर खाली खाली रहा। एसोसिशन की तरफ से हर अदालत के बाहर एक प्रोक्सी काउंसिल खड़ा किया गया था
जो आज के केसों में आगे की तारीख ले रहा था। जिला बार एसोसिएशन के प्रधान संदीप शर्मा ने कहा कि इस मामले में वे अंबाला के वकीलों के साथ हैं। अंबाला से जो भी काल आएगी हम उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहेंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस बिना किसी जांच या तथ्य जाने किसी के खिलाफ भी झूठी एफआईआर दर्ज कर देती है। इस प्रकार की
घटनाएं पहले भी कई बार हुई हैं। उन्होंने कहा कि अंबाला के वकीलों तेजिंद्र मोहन लिबरान और संजीव मोहन लिबरान के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करना निंदनीय है। वकील हमेशा पुलिस के साथ सहयोग करते हैं, तालमेल बना कर रखते हैं लेकिन पुलिस कभी भी वकीलों का सहयोग नहीं करती। पुलिस अपनी पावर का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि
27 अगस्त को कोई भी वकील किसी भी अदालत में पेश नहीं हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि वर्क सस्स्पेंड के दिन अदालत में पेश होने पर 11000 रुपए जुर्माना लगाया जाता है।

