इंडिया गौरव, राहुल सीवन। आज तड़के लगभग 40 मिनट तक हुई मूसलाधार बारिश ने लोगों को चिलचिलाती गर्मी से अस्थाई राहत दी। गर्म हवाओं और तपिश ने लोगों का जीना मुश्किल किया हुआ था, लेकिन इस बारिश ने हर चेहरे पर मुस्कान ला दी। चिड़ियों ने चहचहाकर नए जीवन का आभास दिया, शहर की हरियाली ने नए अंकुरण की उम्मीद जता दी, खेत अधिक लहलहाने लगे, और क्षेत्र के लोगों ने इसका भरपूर स्वागत किया।
गांवों सहित शहरी इलाके एक बार फिर हरियाली से भरने लगे, लोगों ने राहत की सांस ली, गर्मी ने अस्थाई रूप से पलायन किया, जीवन ने नए सिरे से करवट ली। हर कोई इसका आभारी हुआ, साथ ही उम्मीद जता आया कि आने वाले दिनों में अधिक बारिश होकर सूख रहे क्षेत्रों तक पहुंचेगी, ताकि हर गांव हर घर हर खेत तक हरियाली फैल सके।
दूसरी तरफ, इस बारिश ने एक बार फिर शासन-प्रशासन की तैयारियों की असली तस्वीर लोगों के सामने रख दी। सीवन में जगह-जगह जलभराव ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दीं — मुख्य मार्ग, सहित कई अन्य मार्ग तालाब में बदल गए, कई घरों तक पानी घुस आया। लोगों ने इसका जमकर विरोध किया, साथ ही आरोप लगाया कि हर बार आदेश अधिक दिए जाते हैं, पर उनके क्रियान्वयन पर कोई नजर नहीं रहती।
गड्ढे भरने, नाले साफ रखने, जल निकासी सुधारने जैसे आदेश मात्र आदेश ही रहे, असली हाल वही पुराना आया। स्वास्थ्य पर असर डाल रही गंदगी ने नागरिकों की मुश्किलें अधिक बढ़ा दीं। सुरेंद्र, बलराज, चंद्रभान, राम रतन, रमेश, अशोक, गौरव ने साफ किया कि अब आदेश नहीं चाहिए, काम चाहिए, ताकि हर बार होने वाली असुविधाओं से लोगों का जीवन प्रभावित न हो।
इन्होंने प्रशासन से मांग की है कि जल निकासी व्यवस्था सुधारने, नाले साफ रखने, सड़कें सुधारने जैसे कारगर प्रयास किए जाएं, ताकि हर बार बारिश होने पर लोगों की मुश्किलें न बढ़ें, जीवन अधिक सुविधाजनक रहे, शहर अधिक सुंदर, स्वास्थ्यपूर्ण और रहने योग्य रहे।