कैथल, 13 सितंबर । सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा का ब्लॉक स्तरीय त्रिवार्षिक सांगठनिक प्रतिनिधि सम्मेलन जवाहर पार्क में आयोजित किया गया। अध्यक्षता निवर्तमान ब्लॉक वरिष्ठ उपप्रधान सुरेंद्र पहलवान ने व मंच संचालन ब्लॉक सचिव मास्टर नारायण दत्त ने किया। सम्मेलन का उदघाटन जिला प्रधान शिवचरण ने किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान केन्द्र और राज्य
सरकार कर्मचारियों की मांगों का समाधान करने के प्रति बिल्कुल भी गंभीर नहीं हैं। हरियाणा में तो भाजपा की तीसरी बार सरकार बनने के बावजूद पिछले 11 सालों के दौरान कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने की कोई भी पॉलिसी नहीं बनाई गई बल्कि पहले से बनी हुई पॉलिसियों को रद्द कर दिया गया है। इसलिए इस सरकार द्वारा आज तक एक भी कर्मचारी
को पक्का नहीं किया है। पुरानी पेंशन प्रणाली को बहाल करने इनकार कर दिया है। यह कई-कई साल पहले से लगे पक्के कर्मचारियों को हटाने वाली सरकार है। ऐसे हालातो में अपनी मांगों को बनवाने के लिए इन सम्मेलनों के जरिए
अपनी मांगों को उठाया जा रहा है। यदि जल्द कोई समाधान नहीं किया गया तो आंदोलन को तेज किया जाएगा। इसके बाद निवर्तमान ब्लॉक सचिव मास्टर नारायण दत्त और कैशियर विक्की टांक ने गत तीन वर्षों में किए गए आन्दोलनों,
उपलब्धियों एवं आय-व्यय की संक्षिप्त रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। दोनों रिपोर्ट पर बहस करवाकर पारित किया गया। इसके बाद आगामी तीन वर्षों के लिए चुनाव पर्यवेक्षक मास्टर रामपाल शर्मा, ओमपाल भाल, छज्जू राम व सावित्री देवी द्वारा नई
ब्लॉक कमेटी का चुनाव सर्वसम्मति से करवाया गया। इसमें बिजली से सुरेन्द्र पहलवान को ब्लॉक प्रधान, पब्लिक हैल्थ से सुरेश देवबन को सचिव, मास्टर कृष्ण आर्य को कैशियर, नगरपालिका से गौरव टांक को वरिष्ठ उपप्रधान, चतुर्थ श्रेणी से
पवन कुमार को सहसचिव, पैक्स से चांदी राम व नगरपालिका से विद्या देवी को उपप्रधान, रोडवेज से कृष्ण गुलियाना व हुडा से राजबीर को संगठन सचिव, फायर से शमशेर को प्रैस सचिव व वन विभाग से नरेश कुमार को ऑडिटर और रिटायर्ड कर्मचारियों से विमल कुमार, हेल्थ से प्रदीप लोहान व पटवारी यशपाल धारीवाल को ब्लॉक कमेटी सदस्य चुना
गया। जिला सचिव मास्टर रामपाल शर्मा ने नवनिर्वाचित ब्लॉक कमेटी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। मास्टर रामफल दयोहरा, अमरदीप बनवाला, रमेश रुहल, रमेश हरित, जसबीर सिंह, ईशम सिंह, राममेहर व मियां सिंह ने नवनिर्वाचित ब्लॉक कमेटी को शुभकामनाएं दी।

