कैथल, 19 अक्टूबर । युवकों की गाड़ी का रास्ता रोक कर एक लाख रूपये लूटने के मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट द्वारा चार आरोपियों को काबू कर लिया गया। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि चिकनवास हिसार निवासी राहुल की शिकायत अनुसार हरियाणा में आंगनवाड़ी वर्कर के लिए नौकरी निकली हुई थी। उसके साथ पढ़ने वाले बरवाला निवासी सतीश ने कहा कि वह उसे नौकरी लगवा देगा। उनकी चार लाख रुपये में बात तय हो गई थी। सतीश के दिए गए खातों में उसने दो लाख रुपये भेज दिए थे। 15 अक्टूबर 2025 को सतीश ने कहा कि 16 अक्टूबर को तुम्हारा
साक्षात्कार है और पंचकूला जाना है। वह सतीश के साथ पंचकूला के लिए चल पड़ा था। सतीश का जानकार मोनू भी साथ में था। सतीश ने उसकी पहचान हसनगढ़ हिसार निवासी राजीव से करवाई थी। गाड़ी में वह, मोनू, सतीश, राजीव और गाड़ी का चालक सवार थे। उनके पास एक लाख सात हजार रुपये थे। वे जैसे ही एनएच 152 चंदाना कट के पास पहुंचे
तो उनकी गाड़ी के आगे एक दूसरी गाड़ी आकर रुकी। उस गाड़ी में से चार युवक नीचे आए और स्वयं को हरियाणा पुलिस का कर्मचारी बताया। एक युवक तो स्वयं को सीबीआइ का कर्मचारी बता रहा था। एक युवक ने हरियाणा पुलिस का आइडी कार्ड दिखाया था। उनके साथ मारपीट की गई और एक लाख सात हजार रुपये लूट लिए गए थे। उन्हें शक है
कि सतीश और राजीव ने मिलीभगत के करके उनके साथ लूट की है। जिस बारे थाना कलायत में मामला दर्ज किया गया था। एसपी उपासना द्वारा स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट को जल्द से जा आरोपियों को काबू करने का आदेश दिए गए थे। स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट प्रभारी सब इंस्पेक्टर रमेश चंद की अगवाई में एस आई वीरेंद्र सिंह टीम द्वारा त्वरित कार्रवाई
करते हुए आरोपी जिला हिसार के गांव सिंगरां निवासी कुलदीप, भैणी उकलाना निवासी मुकेश, हसनगढ़ निवासी राजीव तथा बरवाला निवासी सतीश को काबू कर लिया गया। आरोपी राजीव व सतीश द्वारा सभी बातो का पता होते हुए यह लूट का षड्यंत्र रचा गया। सभी आरोपी रविवार को न्यायालय में पेश किए जाएंगे जिनसे व्यापक पूछताछ की जा रही है।

