कैथल । जिला पुलिस ने कनाडा भेजने के नाम पर धोखाधड़ी व अपहरण की गंभीर वारदात का खुलासा किया है। स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट की टीम ने जांच के दौरान एक आरोपी को गिरफ्तार करने के साथ-साथ लीबिया में फंसे 5 भारतीय युवकों का रेस्क्यू करवाया है। एसपी उपासना ने बताया कि गांव फरीबाद निवासी सुरेश कुमार, रामबीर व गांव बड़सीकरी
खुर्द निवासी कृष्ण कुमार की शिकायत अनुसार वे उनके पुत्र आदित्य, विक्रांत व सुमित को विदेश भेजना चाहते थे। उनकी गांव गाजूवाला जिला फतेहाबाद निवासी मंजीत के माध्यम से मुलाकात गांव साधनावास जिला फतेहाबाद निवासी मान सिंह से हुई थी। मंजीत टोहाना में मास्टर विजन नाम से आईईएलटीएस पीटीई सेंटर चलाता है। मान सिंह ने प्रत्येक
युवक को 26 लाख में कनाडा भेजने की बात हुई। युवकों को कनाडा भेजने का झांसा देकर मान सिंह 10 सितंबर को दुबई की टिकट करवाकर अपने साथ ले गया और कहा कि कनाडा का वीजा दुबई से लगवाएगा। 11 सितंबर को वे सभी
दुबई से लिबिया रवाना हो गए। कुछ समय बाद एक अली नामक व्यक्ति ने पीडि़त परिवारों से संपर्क कर फिरौती की मांग की। इस बारे थाना राजौंद में मामला दर्ज कर लिया गया। एसडीयू प्रभारी एसआई रमेश चंद व एएसआई तरसेम सिंह द्वारा तकनीकी व मानवीय सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए तथा विदेश मंत्रालय, दूतावास व अन्य एजेंसियों के सहयोग
में लीबिया में बंधक बनाए गए 5 भारतीय युवकों को सकुशल रेस्क्यू करवाया गया। रेस्क्यू होने वाले लडक़ों में तीन लडक़े जिला कैथल से तथा दो लडके फिरोजपुर पंजाब से गुरर्जेंट सिंह व जसनप्रीत सिंह थे। स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट द्वारा पीडि़तों को छुड़वाने के लिये लोहिया के डोंकरों व भारतीय दूतावास से संपर्क किया गया। कैथल जिला के तीनों युवकों को 23
अक्तूबर को दिल्ली एयरपोर्ट से सकुशल रिसीव किए गए। 24 अक्तूबर को आरोपी मान सिंह को गोहाना बाईपास सोनीपत के पास से काबू किया गया।

