कैथल, 26 अक्टूबर। सहकारी चीनी मिल कैथल के प्रबंध निदेशक कृष्ण कुमार ने गांव दयौरा में आयोजित बैठक में किसानों से आह्वान किया कि क्षेत्र के सभी गन्ना उत्पादक किसान शरद कालीन गन्ना बीजाई का कार्य 31 अक्तूबर तक पूरा कर लें ताकि वे अधिक उत्पादन प्राप्त करके अधिक मुनाफा कमा सके। उन्होंने कहा कि सिंगल बड विधि, 4 फीट लाइन से लाइन की दूरी व अंतर्वर्ती फसलें जैसे सरसों तोरिया मेथी, मटर, चना, मसरी, लहसुन व गेहुं उगाकर किसान ना
केवल गन्ने की पैदावार बढ़ा सकते हैं, बल्कि शरद कालीन गन्ना बीजाई के साथ अन्तवर्ती फसलें उगाकर अपनी आय को डेढ़ से दोगुना बढ़ा सकते हैं। सिंगल बड विधि अपनाकर फ फूं दनाशी से गन्ना बीज का उपचार बिल्कुल आसानी से कर सकते हैं। सभी किसानों को गन्ने की पछेती बीजाई छोड़कर शरद कालीन गन्ना बीजाई अपनाना कहीं ज्यादा फायदेमंद है। आज का युग खेती में नई तकनीक को अपनाकर आगे बढ़ने का है पुरानी पद्धति अब कारगर नहीं रह गई है।
प्रबन्ध निदेशक ने बैठक में उपस्थित सभी किसानों से आधा एकड़ से एक एकड़ में प्राकृतिक खेती अपनाने पर भी विशेष जोर दिया ताकि पर्यावरण को दूषित होने से बचाया जा सके व भूमि की उर्वरा शक्ति को बढ़ाया जा सके। उन्होंने किसानों से यह भी अपील की कि पराली प्रबंधन सरकार की नीति अनुसार अवश्य अपनाएं।
इस अवसर पर गन्ना प्रबंधक डॉ. रामपाल ने शरद कालीन गन्ना बीजाई पर शुगर मिल द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं जैसे अगेती किस्मों के गन्ने का ब्याज मुक्त बीज मिट्टी उपचार के लिए ब्याज मुक्त कीटनाशी, बीजोपचार के लिए मशीनों की निशुल्क उपलब्धता के बारे में विस्तृत जानकारी दी। गांव के पूर्व सरपंच सतपाल सिंह ने कहा कि इस साल धान की फ
सल में बीमारी के कारण किसानों को काफी नुकसान हुआ है जिस कारण किसान गन्ने की फ सल की ओर आकर्षित हो रहे हैं। गन्ने के रेट में बढ़ोतरी से किसानों की आमदनी बढ़ेगी। इस मौके पर राजेश, चन्द्रभान दयौरा, मदानिया, मघर सिंह, जयनारायण व पूर्व सरपंच सुनील कुमार मौजूद रहें।

