कैथल, । हैफेड के पूर्व डायरैक्टर एवं समाजसेवी रामचंद्र जडौला ने कहा कि भारत रत्न से सम्मानित इंदिरा गांधी न केवल एक सशक्त राजनेता थीं, बल्कि भारतीय लोकतंत्र की दिशा बदलने वाली दृढ़ नेतृत्वकर्ता भी थीं। उनके जन्मदिवस पर देशभर में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिनमें उनके योगदान, संघर्षों और राष्ट्रनिर्माण में निभाई भूमिका को गहराई
से याद किया गया। रामचंद्र जडौला ने आज भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती पर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित कर नमन करते हुए कहा कि उनका जीवन भारतीय महिलाओं के लिए ही नहीं, बल्कि हर उस नागरिक के लिए प्रेरणा है जो दृढ़ निश्चय के साथ देशहित में कार्य करने की इच्छा रखता है। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने कठिन
से कठिन परिस्थितियों में भी राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखा और देश को मजबूत, आत्मनिर्भर और सुरक्षित बनाने के लिए ऐतिहासिक फैसले लिए। इंदिरा गांधी ने अपने राजनीतिक जीवन में अनेक चुनौतियों का सामना किया। उनका नेतृत्व इस बात का प्रमाण है कि कठिन परिस्थितियां भी मजबूत संकल्प वाले नेताओं को झुका नहीं सकतीं। रामचंद्र जडौला ने कहा कि इंदिरा गांधी का जीवन आज की युवा पीढ़ी को यह संदेश देता है कि यदि लक्ष्य स्पष्ट हो और समर्पण अटूट, तो ,
असंभव भी संभव हो जाता है। उन्होंने बताया कि इंदिरा गांधी ने महिला सशक्तिकरण के लिए भी महत्वपूर्ण कदम उठाए, जिसने भारत में महिलाओं की राजनीतिक और सामाजिक भागीदारी को नई दिशा दी। उनकी दूरदर्शिता और नीति-निर्माण की क्षमता का प्रभाव आज भी महसूस किया जाता है। आत्मनिर्भर भारत, राष्ट्रीय सुरक्षा, विज्ञान एवं तकनीक, गरीबों के ,
उत्थान और कृषि सुधार जैसे क्षेत्रों में इंदिरा गांधी द्वारा रखी गई नींव आने वाले दशकों तक भारतीय विकास का आधार बनी रही। समाजसेवी रामचंद्र जडौला ने कहा कि इंदिरा गांधी की जयंती केवल एक स्मरण दिवस नहीं, बल्कि राष्ट्र के लिए आत्मचिंतन, प्रेरणा और संकल्प का अवसर भी है। आज आवश्यकता है कि हम उनके बताए मार्ग—साहस, अनुशासन, ,
विकास और राष्ट्रप्रेम पर चलकर देश को और अधिक सशक्त बनाएं। उन्होंने कहाकि उनके अदम्य साहस, मजबूत इच्छाशक्ति और देशप्रेम ने उन्हें आयरन लेडी का सम्मान दिलाया। उनकी कार्यशैली, नेतृत्व क्षमता और राष्ट्र के प्रति समर्पण भारतीय इतिहास का गौरवपूर्ण अध्याय है। उनके आदर्श और देशभक्ति की भावना को आगे बढ़ाया जाएगा। उनका विचार, उनका मार्ग और उनकी प्रेरणा सदैव भारत का मार्गदर्शन करती रहेगी।

