कैथल, 19 नवंबर । युवा भाकियू प्रदेशाध्यक्ष हरियाणा राजीव आर्य ढांड ने कहा कि सरकार की किसान विरोधी नीतियों का परिणाम है कि हर बार फसली सीजन में किसानों को खाद की भारी किल्लत की समस्या से जूझना पड़ता है। किसानों को खाद के साथ महंगे दामों पर दवाइयां भी थोपी जा रही है। सब कुछ जानने के बावजूद भी सरकार हाथ पे हाथ धरे ,
बैठी है। जिस कारण किसानों में सरकार के प्रति भारी रोष है। कस्बे में बातचीत करते हुए किसान नेता राजीव आर्य ने कहा कि किसानों को खाद की कमी का सामना करना पड़ रहा है, जिसकी मुख्य वजह कालाबाजारी, ओवररेटिंग, वितरण में गड़बड़ी आदि शामिल है। इसी तरह कुछ स्थानों पर किसानों को समितियों से खाद न मिलने के कारण बाजार में महंगे
दामों पर खरीदनी पड़ रही है। इसके साथ दुकानदारों द्वारा भी खाद को स्टोर किए जाने की समस्या भी निरंतर बढ़ती जा रही है। इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सरकार द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे है। युवा भाकियू हरियाणा प्रदेशाध्यक्ष राजीव आर्य ने कहा कि मौजूदा भाजपा सरकार की किसान-विरोधी नीतियों के कारण आज हरियाणा सहित पूरे देश का अन्नदाता लगातार नुकसान झेल रहा है। फसल का उचित मूल्य न मिलना, बढ़ती लागत, समर्थन मूल्य को लेकर ,
असमंजस, मौसम से सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था न होना और प्राकृतिक आपदाओं का मुआवजा समय पर न मिलना इन सभी कारणों ने किसानों की कमर तोड़ दी है। सरकार का किसान विरोधी चेहरा पूरी तरह से बेनकाब हो चुका है। किसान नेता राजीव आर्य ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि सरकार बिना देरी किए किसानों को फसलों के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद मुहैया करवाने के साथ खाद की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त कड़ी कानूनी कार्रवाई करें।

