कैथल, 9 दिसंबर। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव कंवल कुमार ने कहा कि जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री अजय पाराशर के मार्गदर्शन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा नशा मुक्त अभियान शुरू किया गया है। यह अभियान छह जनवरी तक चलाया जाएगा। इसमें सभी संबंधित विभाग बढ़चढ़ कर भाग लें और प्रदेश को नशा मुक्त बनाने में अपनी भागीदारी निभाएं। यह अभियान एक स्वस्थ और नशा मुक्त समाज के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसके लिए सभी का सक्रिय सहयोग जरूरी है।
सीजेएम कंवल कुमार मंगलवार को अपने कार्यालय में विभिन्न विभागों की बैठक लेकर अभियान की रूपरेखा के बारे में जानकारी दे रहे थे। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा विशेष कार्यक्रमों के माध्यम से छात्रों व आमजन को नशीली दवाओं के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक किया जाएगा। प्राधिकरण द्वारा जिले के विभिन्न स्थानों, गांवों व स्कूलों में नशा मुक्त हरियाणा मिशन के तहत जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए विभिन्न विभागों के साथ तालमेल बैठाया गया है, ताकि अभियान को जमीनी स्तर पर व्यापक बनाया जा सके। इसमें स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, पुलिस तथा एनजीओ सहित अन्य विभागों को शामिल किया गया है। इसमें जागरूकता कैंप, काउंसलिंग सेशन, स्वास्थ्य जांच शिविर, विभिन्न प्रतियोगिताएं, रैली, नशा मुक्ति शपथ ग्रहण, एनडीपीएस एक्ट को लेकर सेशन आदि गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
सीजेएम कंवल कुमार ने कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य युवाओं, अभिभावकों और समुदायों को नशे के खतरों और इसके दीर्घकालिक सामाजिक-आर्थिक प्रभावों के बारे में शिक्षित करना है। साथ ही एनडीपीएस एक्ट के कानूनी परिणामों और उपलब्ध पुनर्वास सहायता सेवाओं के प्रावधानों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। इसके अलावा समाज में आशा, पुनर्वास और नशे से मुक्त हुए व्यक्तियों के पुन एकीकरण को प्रोत्साहित करना है।
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी सुरेश कुमार, महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी गुरजीत कौर, डा. बलविंदर सिंह, एआईपीआरओ अमित कौशिक सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

