कैथल । किराये की प्रॉपर्टी संभालना काफी मुश्किलों भरा काम रहा है। स्प्रेडशीट्स, मेंटेनेन्स कॉल्स और किराएदारों का रिकॉर्ड रखना सभी के लिए संभव नहीं है। रेंटल सेक्टर के बहुत अधिक विशाल होने के बावजूद प्रॉपर्टी मैनेजरों द्वारा डिजिटल तरीकों को अपनाना अब तक काफी सीमित रहा है। लेकिन सॉफ्टवेयर प्लेटफॉम्र्स की नई लहर इसमें बदलाव ला सकती है। ऐसा ही एक प्लेटफॉर्म सास बेस्ड रेंटल मैनेजमेन्ट सिस्टम रेंटिलियम है जो लीज जनरेशन से लेकर फाइनैंशियल रिकॉड्र्स तक पूरी प्रक्रिया को आसान बना देता है। पारंपरिक तरीकों
से लेकर पुराने सिस्टम तक, रेंटिलियम प्रॉपर्टी के मालिकों, किराएदारों और प्रॉपर्टी मैनेजरों को डिजिटल इंटरफेस के जरिए एक मंच पर लाता है। यह किराया वसूलने की प्रक्रिया को केंद्रीकृत करता है, लीजिंग प्रक्रिया को स्वचालित बनाकर तथा मेंटेनेन्स अनुरोध की रियल-टाईम ट्रैकिंग में मदद कर प्रॉपर्टी मालिकों के लिए स्मार्ट ईआरपी का संचालन करता है। इस प्लेटफॉर्म के टूल्स में डिजिटल ऑनबोर्डिंग, ऑनलाईन लीज साइनिंग, रेंट ट्रैकिंग, कॉस्ट मैनेजमेन्ट और वित्तीय सुलह शामिल हैं। यहां जारी प्रेस बयान में रेंटिलियम के संस्थापक, प्रबंध
निदेशक मनोज श्रीवास्तवा ने कहा कि हम इस प्लेटफॉर्म के जरिए प्रॉपर्टी मालिकों एवं किराएदारों की समस्याओं को हल करते हैं, फिर चाहे वह कम्प्लायन्स की मुश्किलें हों, भुगतान में देरी या मेंटेनेन्स के रिकॉर्ड से जुड़े मुद्दे। रेंटिलियम पूरी पारदर्शिता, स्वचालन एवं नियंत्रण के माध्यम से रेंटल प्रक्रिया को नया आयाम देता है। हम रेंटिलियम के फीचर्स को विस्तारित कर प्रॉपर्टी पोर्टफोलियो को सपोर्ट करना चाहते हैं, साथ ही आधुनिक ऑटोमेशन एवं कस्टमाइज़ेशन के अनुपालन को सुनिश्चित कर प्रॉपर्टी से जुड़ी विभिन्न जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रयासरत हैं।

