पांच हजार रुपये का लगाया जुर्माना
डीसी की अपील : फसल अवशेषों में आग न लगाएं किसान
कैथल, 16 अक्टूबर। डीसी प्रीति ने कहा कि जिला प्रशासन फसल अवशेषों में आग लगाने वालों के खिलाफ सख्त रूख अपनाए हुए है। हरसेक प्रणाली से गांव देवबन में आग लगाने की पहल घटना दर्ज की गई है। प्रशासन के अधिकारियों द्वारा तुरंत इसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के साथ-साथ पांच हजार रुपये जुर्माना तथा रेड एंट्री की गई है। उन्होंने
किसानों का आह्वान किया कि वे फसल अवशेष प्रबंधन करके अपनी आय में बढ़ोत्तरी करें। किसान फसल अवशेषों में आग न लगाएं। आग लगाने से पर्यावरण दुषित होता है तथा जमीन की उर्वरा शक्ति भी कमजोर होती है।
डीसी प्रीति ने कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा दी जानकारी के अनुसार बताया कि जिला में पिछले साल अब तक 95 फसल अवशेषों में आग लगाने की घटनाएं दर्ज की गई थी। पहले की अपेक्षा अबकी बार जिला में न के बराबर ही 5
आग लगाने की घटनाएं हुई हैं। जिला प्रशासन के अधिकारी कड़ी निगरानी बनाए हुए हैं। विभाग के अधिकारी व कर्मचारी गांव-गांव में जाकर किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन के बारे में जागरूक कर रहे हैं।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डॉ. सुरेंद्र कुमार यादव ने कहा कि डीसी प्रीति के नेतृत्व में जिला कैथल में पिछले साल की अपेक्षा आग लगाने की घटनाओं में काफी कमी आई है। जिला प्रशासन के अधिकारी व कर्मचारी तथा ग्रामीण स्तर पर बनी टीमें पूरे तालमेल से कार्य कर रही है। किसानों को जागरूक किया जा रहा है। जिला में 350 बेलर
के माध्यम से अवशेषों की गांठे बनाकर फसल अवशेष प्रबंधन में अच्छा कार्य किया जा रहा है। वहीं पांच हजार मशीनें, जिनमें सुपर सीडर, मल्चर, कटर आदि के माध्यम से कार्य किया जा रहा है। अबकी बार 1250 अनुदान पर नई मशीनों
के ड्रा निकाले गए थे, जिसमें से लगभग 745 मशीनें किसानों द्वारा खरीदी जा चुकी है। उन्होंने किसानों का आह्वान किया कि किसान शेष मशीनों को खरीदकर जल्द विभाग में बिल जमा करवा दें। जिला में लगभग 418 कस्टम हायरिंग सेंटर के माध्यम से एक्स सीटू व इन सीटू माध्यम से फसल अवशेष प्रबंधन का कार्य किया जा रहा है।

