कैथल । शहीद भगत सिंह भवन में शहीद करतार सिंह सराभा का शहादत दिवस मनाया गया जिसका आह्वïान कम्यूनिस्ट पार्टी माक्र्सवादी की केंद्रीय कमेटी ने किया। जिला सचिव सतपाल आनंद ने बताया कि पार्टी सभी शहीदों शहादत दिवस व जन्म दिवस मनाती रही है व उनके विचारों को जनता के बीच ले कर जाने का प्रयास करती रही है।
इसके अतिरिक्त अंबेडकर ज्योति बा फूले व अन्य समाजसुधारकों के जन्मदिन पर उनके विचारों पर सेमिनार करती रही है। इस अवसर पर राज्य सचिव कामरेड प्रेम चंद ने कहा कि दुश्मन पहले भी साम्राज्यवाद था आज भी साम्राज्यवाद है। साम्राज्यवाद के खिलाफ लड़ते हुए देश की आजादी के लिए सब से कम उम्र के शहीद थे। उनका जन्म 24 मई 1896
को लुधियाना जिला के सराभा नगर में हुआ था। करतार सिंह सराभा उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को शहर में गए। वहीं 1913 में वह गदर पार्टी में शामिल हुए। वे गदर लहर अखबार के संपादक मंडल व वितरण का काम भी करते रहे। आजादी के आंदोलन की अलख जगाने के लिए अमेरिका व अन्य देशों में रह रहे युवाओं को संगठित करने का
प्रयास किया। पहली बार गदर पार्टी में धार्मिक नारे लगाने की मनाही की गई। 1915 में देश की आजादी के आंदोलन को मजबूत करने के लिए स्वदेश लौटे। इसी दौरान उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। मुकदमे के दौरान अपनी गलती स्वीकार करने से मना कर दिया। इसके बजाय उन्होंने अपने कार्यों को उपनिवेशवाद के लिए एक चुनौती बताया। उन्हें मृत्यु दंड
दिया गया। 19 नवंबर 1915 को 19 वर्ष की आयु में उन्हें फांसी दे दी गई। इस अवसर पर शर्मिला, नरेश, जसबीर सिंह, गौरव, ज्योति, नेहा भी उपस्थित रहे।

