कैथल, 4 नवंबर । जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में जिला शिक्षा अधिकारी एवं डीआईईटी प्राचार्य सुरेश कुमार के आदेशानुसार तथा डीआईईटी प्रभारी चंद्र किशोर राय के समन्वय में, डीआईईटी ईटी विंग के अध्यक्ष गुरनाम सिंह की अध्यक्षता एवं आईएफआईसी विंग इंचार्ज राजीव मलिक की देखरेख में विज्ञान एवं गणित विषय के प्राध्यापकों हेतु राष्ट्रीय
शिक्षा नीति-2020 आधारित पांच दिवसीय वर्चुअल लैब प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। डीआईईटी प्राचार्य कम डीईओ कैथल सुरेश कुमार ने बताया कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य शिक्षकों को डिजिटल युग की आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार करना तथा विद्यार्थियों को तकनीक आधारित शिक्षण के माध्यम से जटिल अवधारणाओं को सरलतापूर्वक
समझाना है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति छात्रों को प्रयोगात्मक, अनुभवात्मक एवं प्रौद्योगिकी सक्षम शिक्षा प्रदान करने पर बल देती है। प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर के रूप में अश्वनी कुमार राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बरोठ बंडराना एवं विनय कुमार राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पुंडरी ने योगदान दिया। दोनों विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को वर्चुअल
लैब, एनईपी-2020, पीएचईटी फिजिक्स सिमुलेशन, पीएलआईओ, जियोजेब्रा 3डी एवं जियोजेब्रा क्लासिक क्रिएशन सहित विभिन्न तकनीकी उपकरणों एवं प्लेटफॉम्र्स का व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया। कार्यक्रम में जिले के विभिन्न विद्यालयों से कुल 49 विज्ञान भौतिकी, रसायन, जीवविज्ञान एवं गणित विषय के प्रवक्ताओं ने भाग लिया। इस अवसर पर
राजकुमार ने मूल्यांकन प्रक्रिया एवं आईसीटी आधारित अध्यापन पद्धतियों पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। समापन सत्र में प्रतिभागी शिक्षकों ने इस प्रशिक्षण को अत्यंत उपयोगी, ज्ञानवर्धक एवं समयानुकूल बताया तथा भविष्य में भी ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आयोजन की अपेक्षा व्यक्तकी।

