कैथल । वीमेट ग्रीन आर्मी और विक्रांत एजुकेशन एंड मार्शल आर्ट एनजीओ की ओर से 16 नवंबर से नशा मुक्ति जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। यह जानकारी एनजीओ की कैशियर वंदना ने दी। वंदना ने बताया कि नशा घर, समाज और देश को उजाडऩे का काम कर रहा है। गरीब बस्तियों में तो खुलेआम शराब के अवैध खुर्दे चलाए जा रहे हैं,
जिनसे न केवल परिवार टूट रहे हैं बल्कि आने वाली पीढिय़ां भी नशे की गिरफ्त में फंस रही हैं। उन्होंने कहा कि जब कोई पिता या पति नशे की भेंट चढ़ जाता है तो उसके पीछे छूटे परिवार को नर्क और दर्द भरे जीवन का सामना करना पड़ता है। बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने भी अपनी 22 प्रतिज्ञाओं में नशा न करने की प्रतिज्ञा शामिल की थी, वहीं
तथागत बुद्ध ने अपने पंचशील सिद्धांतों में नशा न करने का उपदेश दिया था। एनजीओ की टीमें गरीब बस्तियों, झुग्गियों और स्कूलों में जाकर जनजागरूकता अभियान चलाएंगी। खासतौर पर महिलाओं को जागरूक किया जाएगा ताकि वे अपने परिवार के पुरुषों को समझाबुझाकर, प्यार और सहानुभूति से नशा छोडऩे के लिए प्रेरित करें। नशा न केवल शरीर
को बीमार बनाता है, बल्कि हमारी बुद्धि और निर्णय क्षमता को भी नष्ट कर देता है। यह अभियान समाज में स्वस्थ शरीर, स्वच्छ मन और नशामुक्त भारत का संदेश लेकर आगे बढ़ेगा। अभियान के तहत पोस्टर और जागरूकता रैली, और स्कूल-स्तरीय सेमिनार भी आयोजित किए जाएंगे ताकि अधिक से अधिक लोग नशे के दुष्प्रभावों को समझ सकें।

