कलायत, 7 नवंबर । पूर्व मंत्री कमलेश ढांडा ने कहा कि वंदे मातरम राष्ट्रीय गीत आज पूरे देश में में गुंजायमान है। देशवासियों ने एक सुर में राष्ट्रीय गीत का पूर्ण वाचन किया, जिससे पूरा वातावरण राष्ट्रभक्ति के गौरव से गुंजायमान हो उठा। यह सामूहिक गान स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को श्रद्धांजलि देने और राष्ट्रीय संकल्प को दोहराने का प्रतीक बना।
पूर्व मंत्री कमलेश ढांडा शुक्रवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय परिसर में राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहीं थीं। इस अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लाइव प्रसारण के माध्यम से संबोधन सुना गया। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम केवल एक गीत नहीं है, यह
राष्ट्र की धड़कन है। यह भारत की आत्मा है। यह एक ऐसी शक्ति है, जिसने गुलामी की बेड़ियों को तोड़ने के लिए भारत के स्वराज्य आंदोलन को नई ऊर्जा दी। यह गीत हर भारत वासी को कर्तव्य, मर्यादा, अनुशासन और त्याग की भावना से जोड़ने वाला यंत्र है।
उन्होंने कहा कि हम सभी को हर कार्य में राष्ट्र प्रथम, सबके समग्र विकास का मार्ग, अंत्योदय के उत्थान, सब तक न्याय, अवसर, सम्मान, स्वदेशी, आत्मनिर्भरता व नवाचार की तेज यात्रा और राष्ट्र विरोधी शक्तियों के प्रति जीरो टॉलरेंस जैसे संकल्प लेने चाहिए। आज हम सभी संकल्प लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए मेहनत करेंगे।

