ढांड, 13 नवंबर । ढांड राइस मिलर्स एसोसिएशन प्रधान एवं प्रमुख समाजसेवी जितेंद्र गोयल पोला ने कहा कि श्रीमद्भगवद्गीता लोगों को ईश्वर के प्रति गहरी प्रतिबद्धता और पूर्ण प्रेम का अनुभव करने के लिए दिव्य गुण और पवित्रता प्राप्त करना सिखाती है। गीता में सम्पूर्ण वेदों का सार निहित है। गीता की महत्ता को शब्दों में वर्णन करना असंभव है। यह
स्वयं भगवान कृष्ण के मुखारविन्द से निकली है। नई अनाज मंडी ढांड में अपने प्रतिष्ठान पर बातचीत करते हुए जितेंद्र गोयल ने 15 नवंबर से 21 दिसंबर तक कुरुक्षेत्र में आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव की सभी को बधाई देते हुए कहा कि श्रीमद्भगवद् गीता भारत ही नहीं अपितु पूरे विश्व में सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला आध्यात्मिक ग्रन्थ
है। विश्व की लगभग सभी भाषाओं में इसका अनुवाद हो चुका है। गीता में ज्ञानयोग, भक्तियोग, कर्मयोग व राजयोग के अतिरिक्त समत्वं योग, सन्यास योग, सांख्य योग, श्रद्धात्रय योग व मोक्ष का अद्भुत संगम है। गीता में कुल अठारह अध्याय हैं जिनमें कुल सात सौ श्लोकों का वर्णन किया गया है। उन्होंने कहा कि इस पवित्र ग्रंथ गीता से पूरी मानवता को हर
विकट परिस्थिति में सही मार्ग पर चलने का ज्ञान मिल रहा है। इस ग्रंथ में हर व्यक्ति को सही मार्ग पर चलने का संदेश मिलता है। भगवान की हर लीला में गीता का तत्व छिपा हुआ है। प्रधान जितेंद्र गोयल पोला ने कहा कि गीता भी गोविंद की
एक लीला है। भगवान श्री कृष्ण ने उसे गीता के माध्यम से विश्व कल्याण हेतू गीता का संदेश दिया और अर्जुन की समस्या का समाधान किया। गीता में दिए ज्ञान में मानव की हर समस्या का समाधान निहित है।

