ढांड, 13 नवंबर । हैफेड के पूर्व डायरैक्टर एवं समाजसेवी रामचंद्र जडौला ने कहा कि गौ माता की सेवा को हम केवल एक धार्मिक कर्तव्य के रूप में नहीं देख सकते। यह एक महान सेवा है जो न केवल हमारे जीवन को संतुलित करती है, बल्कि समाज और पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद है। उन्होंने कहा कि आज के व्यस्त जीवन में गौ माता की सेवा को
अपनाना एक ऐसा कार्य है, जो हमें मानसिक, सामाजिक और आर्थिक स्तर पर समृद्ध बना सकता है। कस्बे में बातचीत करते हुए समाजसेवी रामचंद्र जडौला ने कहा कि गौ माता की सेवा एक महत्वपूर्ण कार्य है जो हमें न केवल धर्म के मार्ग पर चलने का अवसर देता है, बल्कि मानवता की भलाई में भी योगदान करने का अवसर प्रदान करता है। इसे अपनाना
और इसे बढ़ावा देना आज के समय की आवश्यकता है। रामचंद्र जडौला ने कहा कि गौ माता की सेवा करने से मन में शांति और संतोष की भावना पैदा होती है। यह भक्ति का एक उच्च रूप है, जो व्यक्ति को आध्यात्मिक उन्नति की ओर ले जाता है। गौ सेवा से समाज में एकजुटता और सहयोग की भावना बढ़ती है। कई संगठन और आश्रम हैं, जो गौ माता की
देखभाल करते हैं। इनमें योगदान देकर या स्वयंसेवी बनकर हम गौ माता की सेवा कर सकते हैं। पूर्व हैफेड डायरैक्टर रामचंद्र जडौला ने कहा कि गौ माता को हिंदू धर्म में पवित्र माना जाता है। वे केवल दूध देने वाली जीव नहीं हैं, बल्कि हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा हैं। गौ माता की सेवा करना हमारा धार्मिक कर्तव्य है। गौ माता जिसे भारतीय संस्कृति में विशेष स्थान प्राप्त है, न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक और आर्थिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।

