कैथल, 13 नवंबर । जिला पुलिस अधीक्षक उपासना के मार्गदर्शन में कैथल पुलिस द्वारा “नशा मुक्त हो जिला” मुहिम को जन-आंदोलन का स्वरूप देने के उद्देश्य से जिलेभर में व्यापक स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। पुलिस टीमों ने स्कूलों, कॉलेजों और ग्रामीण इलाकों में पहुंचकर विद्यार्थियों व युवाओं को नशे से होने वाले नुकसान बारे जानकारी दी और उन्हें इस बुराई से दूर रहने की शपथ दिलाई।
एसपी उपासना ने कहा कि नशे की समस्या केवल कानून-व्यवस्था का मुद्दा नहीं, बल्कि यह सामाजिक चुनौती है, जिसका समाधान समाज की सामूहिक भागीदारी से ही संभव है। उन्होंने कहा कि पुलिस की इस मुहिम का लक्ष्य नशा तस्करी पर रोक लगाने के साथ-साथ समाज में नशामुक्त वातावरण तैयार करना भी है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि एसपी उपासना
के आदेशानुसार जिले के सभी थाना प्रबंधक व चौकी प्रभारी लगातार स्कूलों में जाकर विद्यार्थियों से संवाद कर रहे हैं। विद्यार्थियों को बताया जा रहा है कि नशा व्यक्ति के शरीर, मन और परिवार तीनों को बर्बाद कर देता है। नशे से व्यक्ति की सोचने-समझने की शक्ति खत्म हो जाती है और उसके जीवन में विनाश का दौर शुरू हो जाता है।
कार्यक्रमों के दौरान विद्यार्थियों को एनडीपीएस एक्ट के कानूनी प्रावधानों की जानकारी भी दी गई। इस दौरान विद्यार्थियों ने नशा मुक्त समाज के निर्माण के लिए शपथ ली और संकल्प लिया कि वे स्वयं भी नशा नहीं करेंगे और दूसरों को भी इसके दुष्परिणामों से अवगत कराएंगे। एसपी उपासना ने नागरिकों से आह्वान किया कि यदि उन्हें अपने क्षेत्र में नशे का कोई
संदेहास्पद मामला दिखाई दे, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी। उन्होंने कहा “नशे के खिलाफ यह जंग सिर्फ पुलिस की नहीं, बल्कि पूरे समाज की जिम्मेदारी है। जब हर व्यक्ति इस मिशन से जुड़ेगा, तभी सच्चे अर्थों में जिला नशामुक्त बन पाएगा।

