कैथल, 15 नवंबर। कलायत एसडीएम अजय हूडा के नेतृत्व में गुहला क्षेत्र की राइस मिलों की फिजिकल वेरिफिकेशन का कार्य सुचारू रूप से और तेज़ी से किया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य राइस मिलों को अलॉट किए गए धान और मौके पर मौजूद धान के स्टॉक का सही ढंग से मिलान करना है ताकि किसी भी तरह की विसंगति को रोका जा सके।
कलायत एसडीएम अजय हूडा ने बताया कि टीम द्वारा अब तक कुल 10 राइस मिलों की फिजिकल वेरिफिकेशन सफलतापूर्वक की जा चुकी है। अन्य राइस मिलों की वेरिफिकेशन का कार्य भी बारीकी से जारी है। यह फिजिकल वेरिफिकेशन सरकार द्वारा सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) और खरीद प्रक्रियाओं की पारदर्शिता बनाए रखने के प्रयासों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह प्रक्रिया सुनिश्चित करती है कि किसी भी स्टॉक की हेराफेरी न हो।
उन्होंने बताया कि वेरिफिकेशन के दौरान राइस मिल को सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार अलॉट की गई धान की मात्रा का मिलान किया जा रहा है। मिल परिसर में मौके पर मौजूद धान के वास्तविक स्टॉक की गिनती और गुणवत्ता की जांच की जा रही है। राइस मिल के स्टॉक रजिस्टर और अन्य संबंधित दस्तावेजों की भी गहनता से जांच की जा रही है।

