कैथल । भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि के अवसर पर पूर्व विधायक लीला राम ने बूथ संख्या 156 पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता, वरिष्ठ पदाधिकारी एवं स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर पुष्प अर्पण
और दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। इसके उपरांत लीला राम ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए डॉ. मुखर्जी के राष्ट्र के प्रति योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी न केवल एक दूरदृष्टि संपन्न नेता थे बल्कि एक ऐसे विचारक थे जिन्होंने अखंड भारत की अवधारणा को मजबूती से रखा और उसके लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। लीला राम ने कहा कि डॉ. मुखर्जी का बलिदान हमें यह सिखाता है कि राष्ट्रहित सर्वोपरि है। उन्होंने धारा 370 के विरोध में जो संघर्ष किया, वह भारतीय इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा
जाएगा। सभी कार्यकर्ताओं ने संकल्प लिया कि वे उनके विचारों को जन-जन तक पहुंचाएंगे और पार्टी को और अधिक मजबूत बनाएंगे। पूर्व विधायक ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आज जो राष्ट्रवाद का भाव देश में पुन: जागृत हुआ है, उसमें डॉ. मुखर्जी के विचारों की छाप स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है। अनुच्छेद 370 को समाप्त करना, जम्मू-कश्मीर को शेष भारत के साथ पूरी तरह से एकीकृत करना, ये सब डॉ. मुखर्जी के अधूरे सपनों को पूरा करने की दिशा में उठाए गए ऐतिहासिक कदम हैं।

