कैथल, 16 अगस्त । कैथल से विधायक आदित्य सुरजेवाला के नेतृत्व में कैथल के हरियाणा शहीदी स्मारक से नवग्रह चौक-पिहोवा चौक तक एक विशाल कैंडल मार्च निकाला गया। इस मार्च में सैंकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं और संगठनों ने हिस्सा लिया, जो भाजपा सरकार की कथित तानाशाही सोच और वोट चोरी के खिलाफ राष्ट्रव्यापी अभियान का हिस्सा था।
आदित्य सुरजेवाला ने इस अवसर पर कहा कि चुनाव आयोग भाजपा सरकार की बी-टीम बन चुका है। लोकतंत्र की रक्षा के लिए हमारा यह अभियान जन-जन तक पहुंचेगा। भाजपा की वोट चोरी और अलोकतांत्रिक सरकार के खिलाफ हमारा संघर्ष तब तक जारी रहेगा, जब तक लोकतंत्र की जीत नहीं होती। विधायक आदित्य सुरजेवाला ने चुनाव आयोग
कीआलोचना करते हुए कहा कि बिहार में 65 लाख मतदाताओं के नाम हटाए जाने का विवरण और कारण साझा न करना चोरी और सीनाचोरी है। उन्होंने आयोग को इलेक्शन कैप्चर ऑफ इंडिया कहकर तंज कसा और मतदाता सूची में हेरफेर के आरोप लगाए। उन्होंने हरियाणा और कर्नाटक में भी मतदाता सूची में हेरफेर के आरोप लगाए, दावा किया कि आयोग सबूतों को दबाने के लिए लचर बहाने और कानूनी उलझन का सहारा ले रहा है।
आदित्य सुरजेवाला ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार के 65,00,000 (65 लाख) काटे गए नामों पर चुनाव आयोग का नया शपथ पत्र में 65 लाख काटे गए नामों का विवरण नहीं बतायेंगे। 65 लाख नाम क्यों काटे, कारण भी नहीं बतायेंगे। 65 लाख काटे गए नामों की सूची नहीं बतायेंगे। इसे कहते हैं – चोरी और सीनाजोरी।
आदित्य सुरजेवाला ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने जब जनमत की चोरी का खुलासा पूरे देश के सामने किया तो भाजपा और पूरा इकोसिस्टम सिर के बल इस सच्चाई को झुठलाने और छुपाने में लग गया। लेकिन भाजपा और उसकी कठपुतली बना चुनाव आयोग किस तरह चुनावी घोटाले से देश में लोकतंत्र को बर्बाद कर रहा है, इसके सबूत लगातार सामने आ रहे हैं !
भाजपा लोगों के मताधिकारों पर चोतरफ प्रहार कर रही है : रामचंद्र गुर्जर
वरिष्ठ नेता सुदीप सुरजेवाला, सुल्तान सिंह जडोला तथा कांग्रेस जिला अध्यक्ष रामचंद्र गुर्जर ने कहा कि बिहार के मुजफ्फरपुर में एक ही पते पर रहने वाले 269 जबकि 247 वोटर, मतदाता सूची में दर्ज हैं। भाजपा शासित मध्य प्रदेश में तो 1,696 ऐसे पते हैं जहां एक-एक घर में 100-100 वाटर रजिस्टर्ड हैं। मध्य प्रदेश में ये धांधली कितनी बड़ी है इसका अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि- 7,95,0000 ऐसे एड्रेस हैं जहां 20-20 वोटर दर्ज हैं।
उन्होंने कहा कि पारदर्शी और निष्पक्ष मतदान ही लोकतंत्र का आधार है, मगर सत्ता हथियाने की साजिश में भाजपा देश के लोगों के मताधिकार पर भी चौतरफ़ा प्रहार कर रही है।
कैंडल मार्च में शामिल कार्यकर्ताओं ने लोकतंत्र की रक्षा और निष्पक्ष चुनाव की मांग को लेकर नारे लगाए। अवसर पर पूर्व अध्यक्ष रामनिवास मित्तल, सुरेंद्र रांझा, पार्षद अनिल खुरानिया, शमशेर फौजी, विजय गर्ग, दिनेश शर्मा, महेश गोगिया, अनिल गुर्जर, रामफल नौच, परवीन नैन, लवली गुलाटी, राजेन्द्र शर्मा बलवंती सहित अन्य काफी संख्या में साथी मौजूद रहे।

