मौके पर कर्मचारियों की गैरहाजिरी देख जताई कड़ी नाराजगी
कैथल, 17 जुलाई । पूंडरी हलका विधायक सतपाल जांबा ने शुक्रवार को ढांड गांव स्थित दि ढांड बहुउद्देशीय प्राथमिक कृषि सहकारी समिति लिमिटेड और दि ढांड सहकारी विपणन एवं प्रसाधन सोसायटी (अनाज मंडी स्थित कार्यालय) का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान दोनों ही संस्थानों में फैली लापरवाही और कर्मचारियों की गैरहाजिरी पर विधायक ने गहरी नाराजगी जताई और संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। विधायक जांबा ने बताया कि जब वे पैक्स ढांड पहुंचे तो वहां न तो अधिकांश कर्मचारी मौजूद थे और न ही उनकी उपस्थिति का कोई स्पष्ट रिकॉर्ड। मैनेजर से हाजिरी रजिस्टर दिखाने को कहा गया तो उसमें कई अनियमितताएं सामने आईं।
कुछ कर्मचारी बिना किसी अनुमति के छुट्टी पर पाए गए
कुछ कर्मचारी बिना किसी अनुमति के छुट्टी पर पाए गए जबकि उपस्थिति रजिस्टर में उनकी हाजिरी दर्ज की गई थी। कुछ कर्मचारियों ने कार्यालय में उपस्थित होकर भी हाजरी रजिस्टर में दर्ज ही नहीं की। विधायक जांबा ने बताया कि यह संस्थान किसानों की सेवा के लिए बने हैं, लेकिन कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी निभाने के बजाय लापरवाही बरत रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों से लगातार शिकायत मिल रही थी कि जब वे सहायता के लिए इन कार्यालयों में आते हैं तो उन्हें अक्सर कर्मचारी नदारद मिलते हैं। इससे उन्हें बार-बार चक्कर काटने पड़ते हैं और वे खाली हाथ लौट जाते हैं।
सोसायटी में एक कर्मचारी केवल वेतन लेने आता है
निरीक्षण के दौरान विधायक सतपाल जांबा जब अनाज मंडी स्थित सहकारी विपणन सोसायटी कार्यालय पहुंचे तो एक विशेष मामला सामने आया। उन्होंने बताया कि एक कर्मचारी लंबे समय से अपनी ड्यूटी पर नहीं आ रहा और केवल वेतन लेने के दिन ही कार्यालय में आता है। विधायक सतपाल जांबा ने बताया कि निरीक्षण के समय भी उक्त कर्मचारी महेंद्र प्रताप अनुपस्थित मिला और जब हाजिरी रजिस्टर देखा गया तो उसकी उपस्थिति दर्ज पाई गई। मौके पर मौजूद अन्य कर्मचारी से जब इस संबंध में पूछा गया तो उसने कहा कि वो खाना खाने गया है, लेकिन विधायक करीब एक घंटे तक कार्यालय में मौजूद रहे, बावजूद इसके वह कर्मचारी नहीं लौटा और न ही उसने फोन उठाया।
ऊपर तक जाएगी शिकायत, होगी कड़ी कार्रवाई
जब इस बारे में विधायक सतपाल जांबा से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि इस पूरे मामले की लिखित रिपोर्ट संबंधित उच्चाधिकारियों को भेज दी जाएगी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसे कर्मचारियों की सेवा समाप्ति तक की सिफारिश की जाएगी। उन्होंने कहा कि जनता की सेवा करने वाले कार्यालयों में इस तरह की गैरजिम्मेदारी और कामचोरी अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यह किसान विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जनता की सेवा करने वाले संस्थानों में इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, यदि जल्द सुधार नहीं हुआ तो जिम्मेदार कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

