नई दिल्ली, 16 जुलाई । डीयू के कुलपति प्रोफेसर योगेश सिंह ने कला संकाय स्थित टैगोर भवन में नवीनीकरण के बाद तैयार हुए टैगोर हाल का उद्घाटन किया। इस अवसर पर कुलपति ने कहा कि समय के साथ ढांचागत सुविधाओं का बेहतर बनना जरूरी है। इसी उद्देश्य से विश्वविद्यालय ने कई प्रमुख सुविधाओं के नवीनीकरण का निर्णय लिया था। शंकरलाल हाल और टैगोर हाल का कार्य पूरा हो चुका है, जबकि अन्य स्थानों पर कार्य प्रगति पर है। कुलपति ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय 103 वर्षों का प्रतिष्ठित संस्थान है। इसे नए स्वरूप में विकसित करना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। हमें इसे सुंदर, सुसज्जित और सुव्यवस्थित बनाना है।
डीयू के कुलपति प्रोफेसर योगेश सिंह
इस अवसर पर कुलपति ने कला संकाय क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यों का भी पैदल जाकर निरीक्षण किया। उन्होंने सड़कों, भवनों और लाइब्रेरी के निर्माणाधीन परिसर का गहन अवलोकन किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय के अभियंत्रिकी विभाग को निर्देश दिया कि सभी इमारतों के आसपास अग्निशमन वाहन के सुगम आवागमन के लिए पर्याप्त स्थान सुनिश्चित किया जाए, ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई संभव हो सके। कुलपति ने टैगोर हॉल के उद्घाटन के बाद विश्वविद्यालय के आर्ट्स फैकल्टी क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यों का भी निरीक्षण किया।
अधिकारियों के साथ पैदल भ्रमण
उन्होंने अधिकारियों के साथ पैदल भ्रमण करते हुए सड़क से लेकर भवनों के आसपास के क्षेत्रों का बारीकी से अवलोकन किया। निरीक्षण के दौरान कुलपति ने सुरक्षा मानकों पर भी विशेष ध्यान देने की बात कही। उन्होंने इंजीनियरिंग विभाग को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी इमारतों के आसपास वाइड एंगल पर फायर ब्रिगेड की पहुंच सुनिश्चित की जाए, ताकि किसी आपात स्थिति में राहत और बचाव कार्यों में किसी प्रकार की बाधा न आए। इस अवसर पर दक्षिणी परिसर की निदेशक प्रो. रजनी अब्बी, रजिस्ट्रार डॉ. विकास गुप्ता, वित्त अधिकारी गिरीश रंजन, एनसीवेब की निदेशक प्रो. गीता भट्ट, चीफ इंजीनियर अशोक सैनी और एक्सईएन राजेंद्र सोलंकी सहित अनेक विश्वविद्यालय अधिकारी भी उपस्थित रहे।

